
उत्तर प्रदेश की राजनीति में इन दिनों राज्यसभा चुनावों को लेकर काफी गहमा- गहमी नजर आ रही है। जहां एक तरफ सपा (Samajwadi Party) ने राज्यसभा भेजने के लिए गठबंधन से राष्ट्रीय लोकदल चीफ जयंत चौधरी, वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल और जावेद अली के नाम पर मुहर लगाई है। तो वहीं अब सबकी निगाहें भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर टिकी हैं। आपको बता दें कि भाजपा ने भी यूपी कोटे की राज्यसभा सीटों के लिए 21 नाम तय कर लिए हैं। इतना ही नहीं पार्टी ने तय किए गए इन 21 नामों को केंद्रीय नेतृत्व को भेज दिए हैं। बीजेपी सूत्रों का कहना है कि भेजे गए नामों में मौजूदा सदस्य ज़फ़र इस्लाम, संजय सेठ, जय प्रकाश निषाद, शिव प्रताप शुक्ला का नाम भी शामिल है।
सहयोगी दल को नहीं मिलेगी सीट
खबरों की माने तो राज्यसभा के लिए भाजपा ने इस लिस्ट में सहयोगी दल के किसी भी नेता का नाम शामिल नहीं किया है। यानी की साफ है भाजपा सहयोगी दलों के किसी भी नेता को सीट नहीं देगा। वहीं बात करें समाजवादी पार्टी की तो उसने न सिर्फ जयंत चौधरी को राज्यसभा का प्रत्याशी बनाया बल्कि निर्दलीय कपिल सिब्बल को सपा के टिकट पर राज्यसभा भेज रही है। लेकिन भाजपा ने सिर्फ अपने नेताओं को ही राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया है। इसमें किसी भी सहयोगी दल को कोई जगह नही दी है।
इन्होंने की थी सीट की मांग
हालांकि बताया ये भी जा रहा है कि भाजपा की सहयोगी अपना दल की नेता और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने पार्टी के लिए राज्यसभा की एक सीट की मांग की थी। बीजेपी सूत्रों के अनुसार जो 21 नाम भेजे गए, उनमें से ही शीर्ष नेतृत्व फाइनल नाम तय करेगा। गौरतलब है की यूपी में 11 राज्यसभा सीटों पर 10 जून को चुनाव होना है। इसके लिए नामांकन 24 मई से 31 मई तक दाखिल किए जा रहे हैं। इन 11 सीटों में से 7 पर बीजेपी और 3 पर समाजवादी पार्टी गठबंधन की जीत तय है।
Published on:
27 May 2022 01:48 pm
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