
लखनऊ. केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान गुरुवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में थे। पत्रकार वार्ता में उन्होंने जहां किसानों के हित की बात कही, वहीं एससी-एसटी के मुद्दे पर बड़ा ऐलान करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने पुरानी स्थिति बरकरार नहीं रखी तो फैसले के बाद सरकार अध्यादेश लायेगी। इस दौरान उन्होंने बसपा सुप्रीमो मायवती पर जमकर तीखे शब्दबाण छोड़े।
लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविलास पासवान ने मायावती पर निशाना साधते हुए कहा कि वह शुरू से ही दलित विरोधी रही हैं। उत्तर प्रदेश में 2007 में उनके कार्यकाल में सरकार ने दो आदेश जारी किये। इन आदेशों में एससी-एसटी एक्ट को लेकर वही बात कही गई थी, जो अभी सुप्रीम कोर्ट ने कही है। तत्कालीन मायावती सरकार के आदेश में साफ लिखा था कि आरोप प्रमाणित होने पर ही गिरफ्तारी की जाये। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मायावती ने एससी-एसटी मसले पर सिर्फ दलितों को उकसाने का काम किया है।
चुनाव के बाद बदल जाता है मायावती का नारा : पासवान
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मायावती चुनाव से पहले कुछ और बात करती हैं और चुनाव के बाद कुछ और बात करने लगती हैं। चुनाव के पहले 'तिलक, तराजू और तलवार, इनको मारो जूते चार' का नारा लगाती हैं। चुनाव जीत जाने के बाद मायावती कहती हैं कि 'हाथी नहीं गणेश है, ब्रम्हा-विष्णु महेश है'।
लोक जनशक्ति पार्टी ने रिव्यू पिटीशन फाइल किया
सुप्रीम कोर्ट ने एससी-एसटी एक्ट से जुड़ा जो आदेश दिया था, उसके तत्काल बाद लोक जनशक्ति पार्टी ने रिव्यू पिटीशन दाखिल किया। इसके ठीक बाद सरकार ने भी सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की।
अधिकारियों संग की समीक्षा बैठक
भारत सरकार के उपभोक्ता मामलों, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान लखनऊ में भारतीय खाद्य निगम के अफसरों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने विभागीय अफसरों को जरूरी दिशा-निर्देश दिये।
Published on:
03 May 2018 06:40 pm
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