
लखनऊ. गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस और बसपा से गठबंधन की संभावना को खत्म करते हुए अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। समाजवादी पार्टी ने यह साफ़ कर दिया है कि दोनों सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव में पार्टी अकेले दम पर चुनाव लड़ेगी। रविवार को उत्तर प्रदेश विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष राम गोविन्द चौधरी ने गोरखपुर में कहा कि लोकसभा उपचुनाव पार्टी अपने सिंबल पर लड़ेगी और इस चुनाव में किसी पार्टी से कोई समझौता नहीं होगा।
अखिलेश ने दिए थे बसपा से गठबंधन के संकेत
इससे पहले सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बसपा से गठबंधन के संकेत दिए थे। यह माना जा रहा था कि लोकसभा चुनाव से पूर्व प्रदेश में विपक्षी दल एकजुट होकर अपनी ताकत प्रदर्शित करेंगे और सत्ताधारी भाजपा को अपनी ताकत का अहसास कराएँगे। इन सब कयासों के बीच गठबंधन की संभावनाएं ख़ारिज हो गई हैं और समाजवादी पार्टी ने अकेले दम पर चुनाव में उतरने का फैसला किया है। बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्रा ने भी पिछले दिनों गठबंधन की संभावनाओं को ख़ारिज कर दिया था। यह भी माना जा रहा है कि पूर्व की तरह बसपा इस उपचुनाव में भी अपने प्रत्याशी नहीं उतारेगी।
कांग्रेस ने नहीं खोले हैं पत्ते
इस चुनाव में जानकारों की नजरें कांग्रेस के ऐलान पर टिकी हुई हैं। दरअसल विधानसभा चुनाव में सपा और कांग्रेस के गठबंधन को लगे झटके के बाद गठबंधन जारी रहने और टूटने को लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे थे। इस बार जिस तरह सपा ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, वैसे में कांग्रेस को रणनीति पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। कांग्रेस भले ही गोरखपुर सीट को गंभीरता से न ले लेकिन फूलपुर सीट को लेकर उसे अपने पत्ते खोलने होंगे क्योंकि यह सीट लम्बे समय तक कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है।
Published on:
12 Feb 2018 02:49 pm
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