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श्याम के मुस्लिम बनने की कहानी, इस्लाम से जुड़ी 50 किताबें पढ़कर बन गया उमर, फिर ऐसे बना धर्मांतरण गैंग का मास्टरमाइंड

Religion Conversion Gang in UP: इस धर्मांतरण गिरोह का मास्टरमाइंड मोहम्मद उमर है। जो यूपी के फतेहपुर का रहने वाला है और उसका असली नाम श्याम प्रताप सिंह गौतम है।

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लखनऊ

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Nitin Srivastva

Jun 22, 2021

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लखनऊ. Religion Conversion Gang in UP: यूपी पुलिस और एटीएस (UP ATS) ने प्रदेश के एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो लोगों का जबरन गलत तरीके से धर्म परिवर्तन कराता था और उन्हें मुस्लिम बनने पर मजबूर करता था। इस पूरे मामले में पुलिस ने 2 लोग मोहम्मद उमर और मुफ्ती काजी जहांगीर आलम कासमी को गिरफ्त में लिया है। ये दोनों आरोपी दिल्ली के जामिया नगर इलाके के रहने वाले हैं। वहीं धर्मांतरण कराने वाले इस गिरोह के खुलासे के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) भी एक्शन में आ गए हैं। सीएम योगी ने जांच एजेंसियों को धर्मांतरण मामले की पूरी तह में जाने का आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि जो भी लोग इस मामले में संलिप्त हैं उनके ऊपर गैंगस्टर (Gangster) लगाएं, एनएसए (NSA) लगाएं। उनकी प्रॉपर्टी जब्त करने की कार्रवाई भी करें। इस मामले में जो भी दोषी मिले उन सभी पर सख्त से सख्त कार्रवाई करें।

श्याम गौतम कैसे बना उमर

इस धर्मांतरण गिरोह का मास्टरमाइंड मोहम्मद उमर है। जो यूपी के फतेहपुर का रहने वाला है और उसका असली नाम श्याम प्रताप सिंह गौतम (Shyam Pratap Singh Gautam) है। जानकारी के मुताबिक मोहम्मद उमर (Mohammad Umar) का जन्म 1964 में एक हिंदू राजपूत परिवार में हुआ था। उसके पिता का नाम धनराज सिंह गौतम है। उमर के माता-पिता ने उसका नाम श्याम प्रताप सिंह गौतम रखा था। श्याम प्रताप सिंह उर्फ उमर के परिवार में उसके 6 भाई भी हैं। पुलिस की पूछताछ में ये सारे तथ्य निकलकर सामने आये हैं। वहीं यूपी एटीएस को शक है कि इस गैंग में 100 से ज्यादा लोग शामिल हो सकते हैं। एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि गैंग द्वारा पिछले एक साल में 350 लोगों का धर्मांतरण कराया गया है। नोएडा के एक मूक बधिर स्कूल के 18 बच्चों का भी धर्मांतरण कराया गया। एडीजी का दावा है कि अब तक ये रैकेट एक हजार से ज्यादा लोगों का धर्म परिवर्तन करा चुका है। उन्होंने बताया कि ये पूरा रैकेट पिछले दो साल से चल रहा था।

श्याम ने पढ़ीं 40 से 50 इस्लाम से जुड़ी किताबें

श्याम प्रताप सिंह उर्फ मोहम्मद उमर ने पंतनगर यूनिवर्सिटी से एग्रीकल्चर साइंस में M.Sc.की डिग्री हासिल की है। यूनिवर्सिटी में उसके दोस्त नासिर ने उसे इस्लाम के बारे में बताया था। जिसके बाद उसे इस्लाम में काफी रुचि आने लगी। इसके साथ ही नासिर ने श्याम को इस्लाम से जुड़ी करीब 40 से 50 किताबें पढ़ने को दीं। जिसका श्याम ने काफी गहन अध्ययन किया और उसके बाद 21 साल की उम्र में श्याम ने अपना धर्मांतरण कर लिया। साल 1984 में धर्मपरिवर्तन करने के बाद उसने अपना नाम उमर गौतम रख लिया था।

परिवार के विरोध पर घर छोड़कर चला गया उमर

जब इसकी जानकारी श्याम के परिवार को हुई तो उन्होंने उसके धर्मांतरण का विरोध किया। परिवार वालों के विरोध पर उमर ने अपना घर ही छोड़ दिया। इसके बाद वह 1985 में पंतनगर छोड़कर दिल्ली के जामिया नगर आ गया। यहां उसने जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी से इस्लामिक स्टडी में पढ़ाई की। इस्लामिक स्टडी में उसने पहले M.A. किया, फिर Ph.D. भी की। इसके बाद उमर ने साल 2010 में जामिया में इस्लामिक दावाह सेंटर शुरू किया। उस समय ताहिर नामक एक दोस्त ने उसे मुस्लिम लड़की से शादी करने पर अलीगढ़ विश्वविद्यालय में प्रवक्ता पद नौकरी दिलाने का लालच भी दिया था। वहीं श्याम ने राजेश कुमारी से शादी करने के बाद दिल्ली जाकर पत्नी का नाम रजिया, बेटी का नाम तकदीश फातिमा व बेटे का नाम आदिल उमर गौतम रख लिया था। चर्चा है कि उसने दिल्ली में एक और शादी भी की है।

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