
Lucknow State Museum: उत्तर प्रदेश की राजधानी में कई म्यूजियम हैं। लेकिन एलयू के भू-गर्भ विभाग और टैगोर लाइब्रेरी का म्यूजियम बेहद अलग है। जहां भू-गर्भ विभाग के म्यूजियम में मध्य प्रदेश के धार जिले से लाया गया साढे छह करोड़ वर्ष पुराना डायनासोर का अंडा रखा है। वहीं टैगोर लाइब्रेरी में वेद, पुराण, कुरआन, गुरूग्रंथ साहिब व संविधान की मूल प्रतियां हैं। भू-गर्भ विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर विभूति राय ने बताया कि म्यूजियम में 40 हजार साल पुराने हाथी के दांत, चबाने वाले दांत, घुटने व पीठ की हड्डी के जीवाश्म रखे हैं। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 18 से 20 मई तक अंतर्राष्ट्रीय म्यूजियम एक्सपो-2023 का आयोजन कर रहा है। इसमें देश-विदेश संग्रहालय एवं संस्थान हिस्सा ले रहे हैं। लखनऊ विश्वविद्यालय की टीम भी इसमें शामिल है।
डेढ़ लाख से ज्यादा देश की धरोहरें यहां सुरक्षित
लखनऊ में स्थित राज्य संग्रहालय न सिर्फ प्रदेश का सबसे पुराना और सबसे बड़ा संग्रहालय है बल्कि देश का पांचवा सबसे बड़ा संग्रहालय है। विशाल इमारत में कदम रखते ही पुराने दौर का अहसास होने लगता है। यहां डेढ़ लाख से अधिक ऐसी चीजे हैं जो देश की धरोहर हैं।
तीन हजार साल पुरानी इजिप्ट की ममी आज भी यहां आने वाले सबसे पहले देखने की तमन्ना रखते हैं। इसके साथ ही शहीद चन्द्रशेखर आजाद का अस्थि कलश देख देशभक्ति का संचार होने लगता है। भगवान बुद्ध के लोहे से बने सिर की आकृति भी गुप्त काल की है। भगवान विष्णु की गुप्त काल की मूर्ति एक मास्टरपीस की तरह है।
टैगोर लाइब्रेरी के लाइब्रेरियन प्रो. डी. आर. साहू ने बताया कि राधा कमल मुखर्जी आर्ट गैलरी व म्यूजियम में भारत के प्रख्यात चित्रकार असित के. हलदार, एलएम सेन, जेमिनी रॉय, नंद लाल बोस, बीएन आर्या और प्रो. रनवीर बिष्ट की कला वस्तुओं और मूर्तियों का अनूठा संग्रह है।
Published on:
18 May 2023 03:22 pm
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