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किसने कह दिया स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती को कलंक? पढ़िए यह खबर

शंकराचार्य के नारी विरोधी बयान से आहत होकर राजधानी लखनऊ की बाल महिला संगठन ने एक प्रेस विज्ञप्ति जरी कर उनको हिन्दू संस्कृति का कलंक बताया

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Santoshi Das

Apr 12, 2016

swami swaroopanand saraswati

swami swaroopanand saraswati

लखनऊ.
स्वरूपानंद सरस्वती अपने कड़वे बयानों से के बार फिर चर्चा में आ गए हैं। इस बार उन्होंने सांई पूजा से सूखा पड़ने और शनि शिंगणापुर मंदिर में महिलाओं द्वारा पूजा करने से बलात्कार की घटना बढ़ने की बात कह दी। शंकराचार्य के नारी विरोधी बयान से आहत होकर राजधानी लखनऊ की बाल महिला संगठन ने एक प्रेस विज्ञप्ति जरी कर उनको हिन्दू संस्कृति का कलंक बताया।



संगठन की अध्यक्ष ममता त्रिपाठी ने कहा की स्वरूपानंद सरस्वती मानसिक रूप से दिवालिया हो चुके हैं। हिन्दू समाज में ऐसे बाबा और महंतों ने समाज को बांटने का काम किया है। उन्होंने लोगों से अपील की है की ऐसे बाबाओं का बहिष्कार करना जरुरी है। ममता त्रिपाठी ने पत्रिका से हुई बात में कहा की अगर महिलाएं पूजा करेंगी तो उनके साथ बलात्कार होगा यह घटिया बयान है। महिलाओं को पूजा करने का अधिकार है। अगर उनको यह अधिकार नहीं मिलेगा तो महिलाएं इस हक को छीनेंगी।

डालीगंज स्थित श्री मनकामेश्वर मंदिर की महंत देव्यागिरी जी महाराज ने कहा की ऐसा किसी शास्त्र में नहीं लिखा की शनि की पूजा से किसी स्त्री के साथ बलात्कार होगा। दुःख है की शंकराचार्य ऐसी बातें करते हैं।


महिला सामाजिक संगठन की मधु गर्ग ने कहा ऐसे महंतों की बातों पर ध्यान देना अपने समय की बर्बादी। सामाज सेविका सीमा राणा ने कहा भगवन की पूजा करने से अगर रेप होगा तो भी भगवान की पूजा करना महिलाएं नहीं छोड़ेंगी। सामाजिक कार्यकर्त्ता शिवा मिश्रा ने कहा की स्वामी स्वरूपंनद सरस्वती जी को आराम की जरूरत।