6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Job in danger:1500 अतिथि शिक्षकों की नौकरी पर संकट, जानें वजह

Job in danger:माध्यमिक स्कूलों में तैनात किए गए 15 सौ अतिथि शिक्षकों की नौकरी पर बड़ा संकट मंडरा रहा है। एक आदेश होते ही उनकी नौकरी छिन सकती है। इससे अतिथि शिक्षकों में भय का माहौल पैदा हो गया है।

2 min read
Google source verification

लखनऊ

image

Naveen Bhatt

Jan 14, 2025

government schools

सांकेतिक तस्वीर

Job in danger:माध्यमिक स्कूलों में तैनात 15 सौ अतिथि शिक्षकों की नौकरी संकट में पड़ गई है। दरअसल, उत्तराखंड में जल्द ही शिक्षा विभाग अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से चयनित 1554 एलटी कैडर शिक्षकों की नियुक्ति की तैयारी में है। स्थायी शिक्षक की तैनाती पर स्कूल में पूर्व से तैनात अस्थायी शिक्षकों को हटाने का प्रावधान है। गेस्ट टीचर भी अस्थाई शिक्षक की श्रेणी में आते हैं। एलटी कैडर के स्थाई शिक्षकों की नियुक्ति होने पर अतिथि शिक्षकों की नौकरी संकट में मानी जा रही है। इससे अतिथि शिक्षक परेशान हैं। उनके सामने करिअर का सवाल खड़ा हो गया है। माध्यमिक अतिथि शिक्षक संघ के मुताबिक नई भर्ती वाले शिक्षकों को उन स्कूलों में ही तैनात किया जाए जहां पद रिक्त हैं। उन्होंने अतिथि शिक्षकों की तैनाती वाले स्कूलों में स्थाई शिक्षकों को नहीं तैनात करने की पुरजोर मांग उठाई है।

अतिथि शिक्षकों के लिए बने ठोस नीति

अतिथि शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष कैलाश कोरंगा के मुताबिक उत्तराखंड के सरकारी स्कूलों में साल 2015-16 से अतिथि शिक्षक से एलटी और प्रवक्ता कैडर में सेवाएं दे रहे हैं। शिक्षा विभाग ने हाल में विज्ञान और कला विषय में भी अतिथि शिक्षकों की नियुक्तियां करते हुए पदों को भरा है। ऐसे में स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति से प्रभावित होने वाले अतिथि शिक्षक का समायोजन भी मुश्किल हो सकता है। सरकार को अतिथि शिक्षकों के लिए ठोस नीति बनानी होगी।

ये भी पढ़ें-Public holiday:23 जनवरी को सरकारी छुट्टी घोषित, बंद रहेंगे सभी स्कूल और दफ्तर

शिक्षकों को किया जाएगा समायोजित

एडी माध्यमिक डॉ. मुकुल कुमार सती के मुताबिक एलटी कैडर में चयनित शिक्षकों के दस्तावेजों के सत्यापन के बाद यूकेएसएसएससी शिक्षा विभाग को सूची दे देगा। उन्होंने बताया कि जिन अतिथि शिक्षकों को हटाया जाएगा, उन्हें दूसरे स्कूलों में समायोजित करने का प्रयास किया जाएगा। कहा कि नियमित शिक्षकों की तैनाती से अतिथि शिक्षकों पर संकट नहीं आने दिया जाएगा।