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थर्मल स्क्रैनर से कैसे होती है कोरोना वायरस की पहचान, घर बैठे इतने रुपये में मंगवाएं

कोरोना वायरस से जंग में इस समय थर्मल स्कैनर (थर्मल गन) महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है…

लखनऊMar 19, 2020 / 02:05 pm

नितिन श्रीवास्तव

थर्मल स्क्रैनर से कैसे होती है कोरोना वायरस की पहचान, घर बैठे इतने रुपये में मंगवाएं

थर्मल स्क्रैनर से कैसे होती है कोरोना वायरस की पहचान, घर बैठे इतने रुपये में मंगवाएं

लखनऊ. कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया में हड़कंप मचा हुआ है। चीन के वुहान शहर से फैला यह वायरस लगभग पूरी दुनिया में अपने पैर पसार चुका है। उत्तर प्रदेश समेत पूरे भारत में भी नोवल कोरोना वायरस का कहर बढ़ रहा है। इस वायरस से निपटने के लिए प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार भरसक प्रयास कर रही है। खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों से अपील की है कि वह घबराए नहीं। ऐसे में लोग सावधानी बरतें और भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें। पूरे प्रदेश में तमाम स्थानों पर थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है, ताकि कोरोना वायरस से संक्रमित शख्स की पहचान की जा सके। ऐसे में हम आपको बताते हैं कि आखिर क्या है थर्मल स्क्रीनिंग और इससे कोरोना वायरस की पहचना कैसे होती है। थर्मल स्कैनर की कीमत 3 हजार रुपये से लेकर 50 हजार रुपये तक है। आप इसे घर बैठे ऑर्डर करके मंगवा सकते हैं।
क्या है थर्मल स्कैनर या थर्मल गन?

कोरोना वायरस से जंग में इस समय थर्मल स्कैनर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। थर्मल स्कैनर (थर्मल गन) ऐसा उपकरण है, जिसके जरिए कोरोना वायरस या फिर किसी और रोग से ग्रसित व्यक्ति की पहचान की जा सकती है। एक्सपर्ट के मुताबिक थर्मल स्कैनर एक हेल्दी व्यक्ति और विषाणु से ग्रस्त व्यक्तियों में अंतर बताता है। इस स्कैनर की खासियत यह है कि इससे निकलने वाली तरंगों का मानव शरीर पर कोई बुरा असर या नुकसान नहीं होता। लेकिन, इसका इस्तेमाल विशेषज्ञ की देखरख में ही करनी चाहिए।
थर्मल स्कैनर से मरीजों की पहचान कैसे?

थर्मल स्कैनिंग को लेकर लोगों के मन में डर रहता है इससे शरीर को कोई नुकसान हो। लेकिन, आपको बता दें कि थर्मल स्कैनिंग हमारे शरीर की जांच के सबसे आसान उपायों में से एक है और इससे किसी के शरीर में कोई नुकसान नहीं पहुंचता। इस चेकिंग के दौरान यदि थर्मल स्कैनर से गुजरने वाले किसी व्यक्ति के शरीर का तापमान सामान्यत व्यक्ति के तापमान से अधिक पाया जाता है, तो ऐसे संदिग्ध की मेडिकल जांच की जाती है। थर्मल स्कैनर (थर्मल गन) एक इंफ्रारेड कैमरे की तरह काम करता है। इस स्कैनर के जरिए गुजरने वाले व्यक्ति के शरीर में मौजूद विषाणु इंफ्रारेड तस्वीरों में दिखाई पड़ते हैं, विषाणुओं की संख्या अधिक या खतरनाक स्तर पर होने पर व्यक्ति के शरीर का तापमान भी बढ़ जाता है। लिहाज, इससे पता चल जाता है कि व्यक्ति किसी संक्रमण से ग्रसित है और आसानी से उसकी पहचान हो जाती है।
क्या असर होता है?

थर्मल गन की खासियत यह है कि इससे निकलने वाली तरंगों का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। थर्मल गन को सिर के पास ले जाकर तापमान मापा जाता है। जिससे स्वस्थ व्यक्ति और संदिग्ध रोगी के बीच तापमान के अंतर से पता चलता है। यह स्कैनर व्यक्ति के शरीर के तापमान के आधार पर संदिग्ध रोगी का पता लगाता है। एक्सपर्ट का कहना है कि एक सामान्य स्वस्थ व्यक्ति के मुकाबले कोरोना पीड़ित के शरीर का तापमान अधिक होगा। प्राथमिकी तौर पर इस यंत्र से पुष्टि होने के बाद संदिग्ध मरीज को मेडिकल जांच के लिए भेजा जाता है।
ऑनलाइन मंगवाएं थर्मल गन

तमाम ई-कॉमर्स वेबसाइट पर थर्मल गन (Thermometer Gun) उपलब्ध हैं, जिसकी शुरुआती कीमत 3 हजार रुपये से लेकर 50 हजार रुपये तक है। आप इसे घर बैठे ऑर्डर करके मंगवा सकते हैं। हालांकि कहा जा रहा है कि स्क्रीनिंग के दौरान की एक्सपर्ट की मदद जरूरी है।

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