Umar Gautam revealed many secrets in matter of religion conversion- उमर द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर कई बैंक खाताधारकों की छानबीन तेज कर दी गई है। उधर, एटीएस की जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि उमर गौतम और काजी जहांगीर ने सीएए-एनआरसी के विरोध के दौरान भी कई लोगों का धर्म परिवर्तन कराया था।
Umar Gautam
लखनऊ. Umar Gautam revealed many secrets in matter of religion conversion. उत्तर प्रदेश में बड़े स्तर पर हुए धर्मांतरण मामले में एटीएस ने अपनी जांच तेज कर दी है। एटीएस अब हवाला के जरिये कई गई फंडिंग से जुड़े साक्ष्य जुटा रही है। इस कड़ी में एटीएस ने शुक्रवार को आरोपित मन्नू यादव उर्फ अब्दुल मन्नान, इरफान शेख व राहुल भोला को पांच दिनों की पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। तीनों ने कई खुलासे किए हैं। तीनों का उमर गौतम से सामना भी कराया गया। पूछताछ में उमर ने हवाला से की गई फंडिंग की बात कबूलते हुए कई राज खोले हैं। उमर द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर कई बैंक खाताधारकों की छानबीन तेज कर दी गई है। उधर, एटीएस की जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि उमर गौतम और काजी जहांगीर ने सीएए-एनआरसी के विरोध के दौरान भी कई लोगों का धर्म परिवर्तन कराया था।
सलाउद्दीन को पुलिस रिमांड पर लेने के लिए अर्जी दाखिल एटीएस ने अहमदाबाद से गिरफ्तार उमर गौतम के साथी सलाहुद्दीन जैनुद्दीन शेख को शुक्रवार को एटीएस कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। अब एटीएस सलाहुद्दीन को भी पुलिस रिमांड पर लेने का प्रयास कर रही है। सलाहुद्दीन की 10 दिनों की पुलिस रिमांड के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल की गई है। अब तक छह आरोपित पकड़े गए हैं। इनसे मिली जानकारी के आधार पर मंतातरण के अन्य गिरोह तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है। अन्य जिलों में भी छानबीन की जा रही है।
फंडिंग में कई बैंक खातों का प्रयोग किए गया था, जिनका बैंकों से ब्योरा हासिल किया गया है। इन खातों में भेजी गई व निकाली गई रकम को लेकर भी उमर गौतम और उसके साथियों से पूछताछ की जा रही है।
सीएए-एनआरसी की आड़ में धर्म परिवर्तन मामले की जांच कर रही एजेंसी को पूछताछ में पता चला कि पिछले साल सीएए व एनआरसी के विरोध करने वालों में बहुत सारे लोग दूसरे धर्म के भी शामिल थे। उन्हीं को उमर की संस्था आईडीसी (इस्लामिक दावा सेंटर) ने टारगेट किया। उमर ने एक एक दिन में 10 से 12 सभाएं की। कहा गया कि अगर सीएए और एनआरसी को रोकना है तो इस्लाम को मजबूती देनी होगी। यह भी समझाया गया कि इस्लाम कबूल करने में आर्थिक और सामाजिक रूप से मजबूती मिलेगी। इससे प्रभावित होकर ही बीते साल कई गैर मुस्लिम लोगों ने इस्लाम कबूल किया।