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Wrestlers Protest: धरना, एफआईआर, हिरासत और सरकार का बुलावा, इन 10 पॉइंट्स में समझें धरना प्रदर्शन की पूरी कहानी

Wrestlers Protest: बीजेपी सांसद और WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का आंदोलन जारी है. बृजभूषण के खिलाफ यौन शोषण का आरोप है और महिला पहलवानों की शिकायत पर बृजभूषण सिंह के खिलाफ दो एफआईआर भी दिल्ली पुलिस ने दर्ज किया है। आइए, इन 10 पॉइंट्स में समझते हैं पहलवानों के आंदोलन में अब तक क्या-क्या हुआ।  

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लखनऊ

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Aniket Gupta

Jun 07, 2023

Wrestlers Protest

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Wrestlers Protest: बीजेपी सांसद और WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का आंदोलन जारी है. बृजभूषण के खिलाफ यौन शोषण का आरोप है और महिला पहलवानों की शिकायत पर बृजभूषण सिंह के खिलाफ दो एफआईआर भी दिल्ली पुलिस ने दर्ज किया है। धरने पर बैठे पहलवान बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। लेकिन एक महीने से ज्यादा समय बीत गए हैं लेकिन अब तक बृजभूषण सिंह के खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई नहीं हुई है। इस बीच मामले में एक बार फिर नया मोड़ आया जब मंगलवार (6 जून) को खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने पहलवानों को बातचीत के लिए खुला आमंत्रण दिया। मंत्री अनुराग ठाकुर ने ट्वीट कर लिखा, "सरकार पहलवानों से बातचीत के लिए तैयार है। आइए, इन 10 पॉइंट्स में समझते हैं पहलवानों के आंदोलन में अब तक क्या-क्या हुआ।

बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना प्रदर्शन की 10 बड़ी बातें
1. कल यानी 6 जून को केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने ट्वीट कर लिखा, "सरकार पहलवानों से चर्चा के लिए तैयार है। मैंने एक बार फिर पहलवानों को बातचीत के लिए बुलाया है।

2. इसके पहले 3 जून को सरकार की तरफ से डेडलॉक खोलने की कोशिश के तहत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पहलवानों के बीच एक मुलाकात हुई थी। हालांकि इसमें कोई फैसला नहीं हुआ था।

3. गृह मंत्री अमित शाह से मीटिंग के दो दिन बाद 5 जून को पहलवान साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया रेलवे में अपनी कुछ पेंडिंग काम खत्म करने ऑफिस गए थे। तब तक सोशल मीडिया पर यह अफवाह उड़ने लगी की पहलवान अब प्रदर्शन से खुद को दूर कर लिया है। हालांकि, दोनों पहलवानों ने बाद में यह साफ किया कि उन्होंने अपनी लड़ाई नहीं छोड़ी है।

4. पहलवान साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैन्डल से ट्वीट कर इस अफवाह का खंडन किया और कहा कि वो अपना कुछ पेंडिंग काम करने ऑफिस गए थे। जब तक हमें न्याय नहीं मिलेगा प्रदर्शन जारी रहेगा। इसके लिए यदि हमें नौकरी भी छोड़नी पड़े तो हम तैयार हैं।

5. पहलवानों का बृजभूषण के खिलाफ आंदोलन के दूसरे चरण की शुरुआत 21 अप्रैल को हुई थी जब वह बृजभूषण के खिलाफ एफआईआर लिखाने दिल्ली पुलिस के पास पहुंचे थे। उस समय उनकी एफआईआर नहीं दर्ज की गई थी। और उसके दो दिन बाद यानी 23 अप्रैल को पहलवानों ने जंतर मंतर पर धरना शुरू कर दिया।

6. धरने पर बैठे पहलवानों ने बृजभूषण के खिलाफ एफआईआर लिखाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और कोर्ट से गुहार लगाई कि दिल्ली पुलिस को एफआईआर लिखने का निर्देश दिया जाए। सुप्रीम कोर्ट के नोटिस के बाद दिल्ली पुलिस बृजभूषण सिंह के खिलाफ एफआईआर लिखने को तैयार हुई और उसके बाद कनॉट प्लेस थाने में बृजभूषण सिंह के खिलाफ 2 एफआईआर दर्ज किये गए।

7. इसके बाद 3-4 मई की रात जंतर मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों और दिल्ली पुलिस के बीच झड़प हो गई। पहलवानों का कहना था कि भारी बारिश के चलते उन्होंने कुछ फोल्डिंग मंगवाये थे, जीसे पुलिस वाले अंदर ले जाने से मना कर रहे थे और उनका यह भी कहना है कि पुलिस वालों ने उनके साथ बल का प्रयोग भी किया।

8. 28 मई को जब नए संसद भवन का उद्घाटन हो रहा था, उसी दिन पहलवानों ने नई संसद के सामने महिला सम्मान महापंचायत का ऐलान किया। पहलवानों ने दिन में साढ़े 11 बजे के करीब नए संसद की तरफ मार्च शुरू की लेकिन दिल्ली पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक दिया। इसके बाद बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट को हिरासत में ले लिया गया। सभी को बाद में छोड़ दिया गया। 28 मई को ही दिल्ली पुलिस ने जंतर मंतर से पहलवानों का प्रदर्शन हटा दिया और उनके सामान को वहां से हटाकर दूसरी जगह भेज दिया गया। साथ ही दिल्ली पुलिस ने कहा कि अब पहलवानों को जंतर मंतर पर प्रदर्शन की इजाजत नहीं होगी।

9. 30 मई को पहलवानों ने ऐलान किया कि वे अपने मेडल गंगा में प्रवाहित कर देंगे। उसी दिन शाम को पहलवान अपने पदकों के साथ हरिद्वार के हर की पौड़ी पर पहुंचे। इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के नेता नरेश टिकैत और दूसरे खाप प्रतिनिधि वहां पहुंच गए और पहलवानों उनके मेडल गंगा में बहाने से रोका। इसके बाद नरेश टिकैत ने सरकार को 5 दिन का अल्टीमेटम दिया कि पहलवानों से बात करके मुद्दे का हल किया जााए।

10. 2 जून को बृजभूषण शरण सिंह ने अयोध्या में होने वाली रद्द करने का ऐलान किया। बृजभूषण ने फेसबुक पोस्ट में लिखा, पुलिस आरोपों की जांच कर रही है और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का सम्मान करते हुए "जन चेतना महारैली, 5 जून, अयोध्या चलो" कार्यक्रम कुछ दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया है।