अब तो पक्का नाराज होंगे फूफा जी
मिली छूट के मुताबिक सिर्फ 30 लोगों को शादी समारोह में शामिल करना है। ऐसे में दिक्कत यह है कि 30 लोगों में सारे रिश्तेदारों को बुला पाना असम्भव जैसा है। क्योंकि इसमें परिवार के ही सारे सदस्य मुश्किल से शिरकत कर पाएंगे। इन 30 में दोनों पक्षों से अधिकतम 15-15 लोग शामिल हो सकते हैं। साथ ही बारातघर का गार्ड, ढोल-नगाड़े वाला, गाड़ियों के ड्राइवर, खानसामा, वेटर तक इन्हीं 30 में शामिल होंगे। यही नहीं अनुमति लेने के लिए इन सभी के नाम लिखित में देने होंगे। ऐसे में वर और वधू दोनों पक्षों के लिए फूफाजी को मना पाना काफी मुश्किल होगा। दरअसल फूफाजी नाराज हो जाएंगे वाली कहावत इसलिए कही जाती है क्योंकि फूफाजी का पद दोनों पक्षों में मान्य का होता है और उन्हें अगर उनके मन का सम्मान नहीं मिलता है, तो वह इस बात से बहुत जल्द नाराज हो जाते हैं। हालांकि कई फूफाजी ऐसे भी होते हैं तो ऐसी स्थिति में समझदारी दिखाकर शांत रहते हैं और खुश रहते हैं।
30 लोगों में कैसे होगी शादी
लखनऊ के एक परिवार ने बताया कि उनके बेटे की शादी में शामिल होने वालों की सूची बनाई तो उसमें चार ढोल वाले और चार खाने-पीने की व्यवस्था देखने वाले ही जुड़ गए। फिर माता-पिता, दूल्हा, उसके तीन भाई-बहन जोड़कर संख्या 14 पहुंची। फिर दामाद और समधन को जोड़ने पर संख्या 16 के पार जा रही है। बार-बार लिस्ट बनाकर लोगों के नाम काटे और जोड़े जा रहे हैं। तीस लोगों की ऐसी शर्त के साथ हमारे लिए शादी कर पाना बहुत मुश्किल हो रहा है। इसलिए हम कुछ दिन बाद शादी की तारीख निकलवाने की कोशिश में लगे हैं। क्योंकि मध्यम वर्गीय परिवारों की शादियों में रिश्तेदार वर-वधू को उपहार देकर काफी सहयोग करते हैं। जैसे किसी ने गाड़ी दे दी, तो किसी वॉशिंग मशीन दे दी, कोई फ्रिज दे देता है। अब जब रिश्तेदारों को ही नहीं बुला पाएंगे तो वह यह उपहार ही क्यों देंगे।