
fee policy for girl: सरकार बेटियों की पढ़ाई को लेकर काफी गंभीर है जहां एक ओर सरकारी विद्यालयों में बच्चियों के लिए निशुल्क शिक्षा की व्यवस्था की गई है वहीं दूसरी ओर बीते दिनों सरकार ने ऐलान किया था कि निजी विद्यालय में पढ़ने वाली दो सगी बहनों में से विद्यालय सिर्फ एक छात्रा की फीस का भुगतान लेगा। योजना को लागू करने के लिए विभाग ऐसी बच्चियों(छात्राओं) की जानकारी जुटा रहा है जो एक ही परिवार से आती हैं और एक ही विद्यालय में पढ़ रही हैं।
दो बिटियों के एडमीशन पर एक को देनी होगी फीस
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया था कि यदि दो सगी बहनों एक विद्यालय में पढ़ रही है तो विद्यालय की ओर से एक बच्ची की फीस ली जाएगी। इसके लिए अधिकारियों को यह निर्देश दिए गए थे कि वह विद्यालयों को ऐसा करने के लिए प्रेरित करें, अन्यथा विद्यालय को ऐसा करने के बदले में सरकार की ओर से भुगतान किया जाए।
परिजनों को मिलेगी राहत
इस योजना से निम्न वर्ग आये के वह परिवार जिनके यहां दो या दो से अधिक बेटियां हैं उन्हें काफी राहत मिलेगी। इस योजना का लाभ उठाकर मध्यम वर्गीय परिवार अपनी बच्चियों को बेहतर शिक्षा के लिए अच्छे स्कूल में पढ़ाई करा सकते हैं। निजी विद्यालयों में फीस अधिक होती है ऐसे में दो बच्चों की फीस भरना मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए कठिन होता है। ऐसे में जब बच्चियों की पढ़ाई के बदले एक ही भुगतान करना पड़ेगा तो परिजनों को काफी राहत होगी।
रोकी गई योजना
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर इस योजना पर रोक लगा दी गई है। चुनाव आयोग का ऐसा मानना है कि इस योजना के तहत लाभ पहुंचाने या डाटा जुटाने से मतदान प्रभावित होगा। जिसके चलते इस योजना के लिए विभागीय स्तर पर किए जा रहे कार्य पर रोक लगा दी गई है। अब इस योजना को यूपी विधानसभा चुनाव के बाद शुरू किया जाएगा, जिसके चलते एक विद्यालय में पढ़ने वाली दो सगी बहनों में सिर्फ एक बहन की फीस का भुगतान करना पड़ेगा वह दूसरी निशुल्क पढ़ाई कर सकेंगी।
Updated on:
22 Feb 2022 03:08 pm
Published on:
22 Feb 2022 03:05 pm
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