प्राथमिक विद्यालयों में होनी थी 17 हजार सहायक अध्यापकों की भर्ती उत्तर प्रदेश सरकार के बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश द्विवेदी ने बीते 24 दिसंबर को 68500 और 69000 शिक्षक भर्ती के बाद भी रिक्त 17 हजार पदों पर नई भर्ती करने के लिए ऐलान किए थे। हालांकि नोटिफिकेशन जारी होने पहले ही चुनाव की तारिखों का ऐलान हो गया है। जिसकी वजह से चुनाव के बाद ही इन पदों पर भर्तियां शुरू होगीं।
विशेष आरक्षित वर्ग की भर्ती फंसी 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती के चौथे चरण में चयनित रिजर्व और विशेष आरक्षित वर्ग के 6 हजार 800 उम्मीदवारों की भर्ती भी फंसी हुई है। इसके लिए उत्तर प्रदेश शासन की ओर से चौथी सूची जारी कर दी गई थी। जिला आवंटन करते हुए संबंधित जिलों में काउंसिलिंग कराई जानी थी, हालांकि इससे पहले ही आचार संहिता लागू हो जाने की वजह से विशेष आरक्षित वर्ग की भर्ती फंस गई है।
एडेड जूनियर के चयन के लिए लेनी होगी परमिशन सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों में सहायक अध्यापकों के 1504 और प्रधान अध्यापकों के 390 कुल 1894 पदों पर भर्ती भी प्रभावित हो गई है। बीते 17 अक्तूबर को हुई परीक्षा का परिणाम 15 नवंबर आ गया था। करीब दो महीना बीत जाने के चयन की प्रक्रिया शुरू नहीं की जा सकी।
माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों और प्रधानाचार्यों की भर्ती रूकी सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में प्रधानाचार्यों के करीब दो हजार और शिक्षकों के लगभग पांच हजार पदों पर भर्ती को भी रोक दी गई है। चयन बोर्ड ने दिसंबर में खाली पदों की सूचना ऑनलाइन मांगी थी। बोर्ड को प्रशिक्षित स्नातक और प्रवक्ता के तकरीबन 5 हजार रिक्त पदों की सूचना मिली है। जबकि प्रधानाचार्यों के 2 हजार से ज्यादा खाली पदों पर चयन होगा।
84 राजकीय विद्यालयों में 1947 पदों पर होनी है भर्ती उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा के तहत निर्मित 35 और अल्पसंख्यक विभाग द्वारा प्रधानमंत्री जन विकास योजना में निर्मित 49 स्कूलों में भर्ती होनी है। इन 84 राजकीय स्कूलों में शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के 1947 पदों पर भर्ती के लिए अभी इंतजार करना होगा।
राजकीय स्कूलों के स्वीकृत पद पहले ही हैं अटके आदर्श आचार संहिता के लागू होने की वजह से राजकीय विद्यालयों में पहले से स्वीकृत करीब 2500 से अधिक पदों पर भी भर्ती अटक गई है।