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UP Weather Alert: मौसम विभाग कब जारी करता है येलो, ऑरेंज और रेड अलर्ट, जानिए क्‍या होता है इनका मतलब

मौसम की स्थिति को देखकर मौसम विभाग तमाम स्‍थानों पर रह रहे लोगों को अलर्ट करने के लिए रेड, ऑरेंज, येलो और ग्रीन अलर्ट जारी करता है। क्‍या आपको पता है कि इनका मतलब क्‍या होता है?

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लखनऊ

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Vikash Singh

May 31, 2023

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जानमाल के ज्यादा नुकसान की स्थिति में जारी किया जाता है रेड अलर्ट

यूपी में मौसम आंख मिचौली का खेल रहा है। कहीं बारिश तो कहीं जबरदस्त गर्मी। भीषण गर्मी से लोगों का दोपहर के समय घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है।


मौसम विभाग की मानें तो यूपी की राजधानी लखनऊ समेत मौसम की स्थिति को देखकर मौसम विभाग तमाम स्‍थानों पर रह रहे लोगों को अलर्ट करने के लिए 29 जिलों में ऑरेंज अलर्ट और 24 जिलों में येलोअलर्ट घोषित किया गया है।


मौसम विभाग कुल चार तरह के अलर्ट जारी करता है अलर्ट्स के मतलब भी अलग-अलग होते हैं। आइए जानते हैं मौसम विभाग द्वारा जारी किए जाने वाले रेड, ऑरेंज, येलो और ग्रीन अलर्ट के बारे में क्‍या आपको पता है? इनका मतलब क्‍या होता है? आइए जानते हैं…

सबसे पहले येलो अलर्ट को जानते हैं

खराब मौसम की आने वाले स्थिति को बताने के लिए मौसम विभाग की ओर से येलो अलर्ट जारी किया जाता है। यह एक तरह से डेंजर साइन यानी खतरे की घंटी होती है। ये जस्‍ट वॉच का सिग्‍नल है यानी मौजूदा स्थिति में बेशक खतरा नहीं है, लेकिन कभी भी मौसम की खतरनाक स्थिति आपके सामने आ सकती है, इसके लिए आप कमर कस लें और तैयार रहें।

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येलो अलर्ट से डेंजर है ऑरेंज अलर्ट


ऑरेंज अलर्ट येलो अलर्ट से एक स्टेप आगे की खतरे वाला सिग्नल है। इसका साफ मतलब है कि खतरे ने दस्‍तक दे दी है। आपको अब किसी तरह की लापरवाही नहीं करनी चाहिए। इसके बाद कभी भी मौसम की खतरनाक स्थिति आपके सामने आ सकती है।

ऐसे में आप खुद को उस स्थिति से निपटने के लिए तैयार कर लें और सीट बेल्ट बांध लें। ऑरेंज अलर्ट जारी होने पर संबंधित अधिकारियों को तैयार रहने को कहा जाता है और लोगों को बेमतलब घूमने निकलने के लिए जाने पर सावधानी बरतने के लिए कहा जाता है।


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जानमाल के ज्यादा नुकसान की स्थिति में जारी किया जाता है रेड अलर्ट


मौसम जब बहुत ज्‍यादा खराब हो और इसके कारण नुकसान होने की आशंका ज्यादा होती है, तब मौसम विभाग की तरफ से रेड अलर्ट जारी किया जाता है। यह खतरनाक मौसम की स्थिति का साइन होता है।

रेड अलर्ट लोगों को सावधान करने के लिए जारी किया जाता है कि अब आपको अपनी सुरक्षा का ध्यान रखते हुए सभी नियमों को मानना चाहिए। मानसून में रेड अलर्ट का मतलब बारिश, तूफान और चक्रवात की खतरनाक स्थिति से होता है।

रेड अलर्ट के बाद लोगों को बिलकुल सावधान रहना चाहिए। रेड अलर्ट के स्थिति में आपको प्राकृतिक आपदा से बचने के लिए अपने स्तर पर सभी तैयारी कर लेनी चाहिए।

ऑल इज वेल मतलब ग्रीन अलर्ट

जब मौसम एकदम चकाचक यानी आल इज वेल हो तब ग्रीन अलर्ट जारी किया जाता है। इसका सीधा मतलब है कि मौसम एकदम क्‍लीयर है और टेंशन यानी दिमाग पर ज्यादा लोड लेने की जरूरत नहीं है। आप खुद को सेफ मानें और चिल करें।