
लखनऊ. उत्तर भारत में चढ़ते पारे ने न सिर्फ प्रदेश में गर्मी को चरम पर पहुंचाया बल्कि समूचे देश के औसत अधिकतम तापमान को भी 122 साल के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा दिया है। आसमान से बरसती आग ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। मौसम विभाग ने शनिवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक इस बार अप्रैल में उत्तर पश्चिम व मध्य भारत का औसत अधिकतम तापमान क्रमसा 35.9 और 35.78 डिग्री पहुंचा है जो 122 साल में सबसे अधिक रहा। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक राजस्थान में पारा 50 डिग्री तक पहुंचने का अनुमान है। हालांकि, मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि प्रचंड गर्मी से तप रहे अप्रैल आखरी दिन थोड़ी सी नरमी दिखाई और जाते-जाते अगले चार-पांच दिन तक हवा पानी के संकेत दे गया है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया पूरे देश में 1 मई से हल्की बूंदाबांदी आंधी के आसार हैं। शनिवार को बांदा प्रयागराज कानपुर झांसी 45 पारे की आग से जलते रहे तो आगरा और तुर्क में तापमान 45 के करीब पहुंच गया।
गर्मी के बीच यूपी में बिजली संकट
यूपी में प्रचंड गर्मी के बीच रोस्टर के मुताबिक बिजली मुहैया कराने में बिजली विभाग नाकामयाब हो रहा है। शनिवार को बिजली की मांग रिकॉर्ड 23000 मेगावाट तक जा पहुंची। तमाम कोशिशों के बावजूद उपलब्धता मात्र 19000 मेगावाट तक ही पूरी की जा सकी है। राज्य विद्युत उत्पादन निगम के बिजली घरों में लगभग 430 मेगा वाट निजी बिजली घरों में 6200 मेगा वाट जल विद्युत परियोजनाओं में 366 तथा केंद्र से 850 मेगावाट बिजली मिल रही है। मांग और उपलब्धता में 3:30 से 4000 मेगावाट का अंतर होने से आपूर्ति व्यवस्था चरमरा गई है। गांव से लेकर शहरों तक अंधाधुन आपात कटौती जारी रही। घंटों बिजली गुल होने से लोगों में आक्रोश है। हालांकि बिजली विभाग लगातार बिजली की आपूर्ति को पूरा करने का दावा कर रहा है।
Updated on:
01 May 2022 11:16 am
Published on:
01 May 2022 11:07 am
बड़ी खबरें
View Allलखनऊ
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
