25 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

UPTET Exam 2021: अगली परीक्षा में सेंधमारी रोकने के लिए कम की जाएगी सेंटर्स की दूरी

यूपीटीईटी पेपर लीक मामले में एसटीएफ लगातार आरोपियों की धरपकड़ के लिए तैयार है। अब दोबारा परीक्षा का आयोजन होगा लेकिन इस बार शासन ज्यादा सतर्कता के साथ पेपर आयोजित कराया जाएगा। यूपीटीईटी परीक्षा में किसी भी तरह की सेंधमारी न हो सके, इसके लिए परीक्षा नियामक प्राधिकारी द्वारा पुख्ता तैयारी की जा रही है।

2 min read
Google source verification
UPTET Exam Centres Will be Built Around City to Avoid Paper Leak Case

UPTET Exam Centres Will be Built Around City to Avoid Paper Leak Case

लखनऊ. यूपीटीईटी पेपर लीक मामले में एसटीएफ लगातार आरोपियों की धरपकड़ के लिए तैयार है। अब दोबारा परीक्षा का आयोजन होगा लेकिन इस बार शासन ज्यादा सतर्कता के साथ पेपर आयोजित कराया जाएगा। यूपीटीईटी परीक्षा में किसी भी तरह की सेंधमारी न हो सके, इसके लिए परीक्षा नियामक प्राधिकारी द्वारा पुख्ता तैयारी की जा रही है। इसके लिए एक बड़ा फैसला लिया गया है। दरअसल, इस बार जिला मुख्यालय से कम दूरी वाले परीक्षा केंद्रों को ही प्राथमिकता पर रखा जा रहा है। माना जा रहा है कि सेंटर से जितनी कम दूरी होगी, सेंधमारी पर उतनी ज्यादा लगाम लगाई जा सकती है। एक एग्जाम सेंटर पर 500 उम्मीदवार परीक्षा देंगे। इससे कम नहीं।

28 नवंबर को होनी थी परीक्षा

बता दें कि 28 नवंबर को रविवार के दिन यूपी में टीईटी का पेपर होना था। पहली पाली की परीक्षा शुरू भी हो गई थी और अभ्यर्थी पेपर सॉल्व कर रहे थे। लेकिन, इसी बीच खबर आई थी कि यूपीटीईटी का पेपर लीक हो गया है। ऐसे में तत्काल प्रभाव से पेपर निरस्त कर दिया गया था, जिसका प्रभाव अप्लाई करने वाले 21 लाख 65 हजार परीक्षार्थियों पर पड़ा था। सभी कैंडिडेट अपने सेंटर्स तक पहुंच चुके थे और परीक्षा के लिए तैयार थे। उस समय सरकार ने सबको सुरक्षित और मुफ्त में घर तक पहुंचाने का काम किया था और वादा किया था कि दोबारा यूपीटीईटी के पेपर का आयोजन होगा, जिसमें अभ्यर्थियों से अतिरिक्त फीस नहीं ली जाएगी। सभी छात्रों को बस से वापस घर भेजने का इंतजाम किया गया था।

इस बार कम दूरी के होंगे एग्जाम सेंटर

पेपर लीक होने के बाद इस बार दोबारा परीक्षा आयोजित की जाएगी। पहले सेंटर्स शहर से 70 किमी दूर थे। इससे मुख्यालय से प्रश्नपत्र सेंटर्स तक पहुंचाने में तो परेशानी हुई ही, साथ ही अपराधियों को पेपर लीक करने का जरिया भी मिल गया होगा। ज्यादा दूरी की वजह से पेपर लीक का खतरा होता है। इसलिए इस बार सभी एग्जाम सेंटर्स को शहर के नजदीक रखा जा रहा है। पहले 300 थे अब अभ्यर्थियों की संख्या 500 होगी।

ये भी पढ़ें: तीन साल की कड़ी मेहनत के बाद दी सपनों को उड़ान, देशी जुगाड़ से बनाया उड़न खटोला