
Naseemuddin Siddiqui and Babu Singh Kushwaha
लखनऊ. Vigilance notice to Naseemuddin Siddiqui and Babu Singh Kushwaha. बसपा शासनकाल में हुए 4200 करोड़ रुपये के स्मारक घोटाले में बसपा सरकार के पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी और बाबू सिंह कुशवाहा को विजिलेंस की टीम ने नोटिस देकर पूछताछ के लिए तलब किया है। इस महीने के तीसरे हफ्ते में दोनों से पूछताछ की जाएगी, जिसके लिए जांच एजेंसी अपने सवाल तैयार कर रही है। बता दें कि बसपा दोनों नेताओं को पहले ही पार्टी से निष्कासित कर चुकी है। वर्तमान में बाबू सिंह किसी पार्टी में नहीं हैं। जबकि सिद्दीकी कांग्रेस में मीडिया प्रभारी हैं।
दोनों पूर्व मंत्रियों को नोटिस
राजधानी लखनऊ में बने अंबेडकर उद्यान में मिर्जापुर से गुलाबी पत्थरों की आपूर्ति की गई थी। मिर्जापुर निवासी पट्टाधारक किशोरी लाल व रमेश कुमार को मानक के विपरीत अधिक दाम पर पत्थर सप्लाई करने के आरोप में पकड़ा गया था। दोनों से पूछताछ में अहम सुराग सुराग मिले थे, जिसके बाद दोनों पूर्व मंत्रियों को विजिलेंस ने नोटिस देकर पूछताछ के लिए तलब किया है। इसके साथ ही कुछ अन्य तत्कालीन अधिकारियों की भूमिका की जांच तेज की गई है। इस घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी जांच कर रहा है। करीब आठ साल से चल रही स्मारक घोटाले की विजिलेंस जांच को अंतिम चरण तक पहुंचाने के लिए दोनों पूर्व मंत्रियों से कई अहम बिंदुओं पर पूछताछ की जानी है।
कई अधिक दामों पर हुई पत्थरों की खरीद
जांच में सामने आया है कि स्मारकों के निर्माण से जुड़ी महत्वपूर्ण बैठकें दोनों पूर्व मंत्रियों के आवास पर होती थीं। निर्माण कार्यों की मॉनिटरिंग नसीमुद्दीन सिद्दीकी कर रहे थे। स्मारकों में लगाए गए पत्थरों की खरीद कई गुना अधिक दामों पर की गई थी। विजिलेंस ने इस मामले में बीते दिनों चार अधिकारियों की भी गिरफ्तारी की थी, जबकि छह आरोपितों के विरुद्ध कोर्ट में आरोपपत्र दाखिल किया गया था।
Published on:
02 Jul 2021 09:58 am
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