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नौकरी करते हुए डिग्री पाने का सुनहरा मौका, विश्वविद्यालय ने शुरू किया पार्ट टाइम कोर्स

विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार यह 6 सेमेस्टर का अंशकालिक कार्यक्रम होगा। जिसमें आसपास के क्षेत्र अधिकतम 100 किमी के अभ्यर्थी ही आवेदन कर सकेंगे। ताकि वे विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित कक्षाओं में भाग ले सकें। कक्षाएं समाप्त के आखिरी दिनों में शाम 6:00 से रात 9:00 के बीच क्लासेस चलाई जाएंगी सप्ताह में 12 घंटे की कक्षाएं होंगी। कोर्स में प्रवेश के लिए आवेदक को अपने संस्थान से एनओसी लेना होगा दाखिला प्रवेश परीक्षा और इंटरव्यू के माध्यम से होगा।

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लखनऊ

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Prashant Mishra

May 03, 2022

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लखनऊ. लखनऊ विश्वविद्यालय पार्ट टाइम पीएचडी की सफलता के बाद अब नए सत्र 2022-23 से पार्ट टाइम एमटेक की शुरुआत करने जा रहा है। जिसके बाद बाद नौकरी करन के साथ-साथ एमटेक की पढाई की जा सकेगी। नौकरी पेशा लोगों के लिए यह कोर्स इंजीनियरिंग संकाय के अंतर्गत चलेगा। इससे संबंधित बोर्ड ऑफ स्टडीज से हरी झंडी भी मिल गई है। जल्द ही इसकी अन्य औपचारिकताएं पूरी कर आवेदन शुरू होंगे। यह कोर्स उन उम्मीदवारों के लिए फायदेमंद होगा जो किसी कारण से अपनी उच्च शिक्षा जारी नहीं रख सके और वह इस क्षेत्र में आगे की पढ़ाई की इच्छुक है।

छह सेमेटर का होग कोर्स

विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार यह 6 सेमेस्टर का अंशकालिक कार्यक्रम होगा। जिसमें आसपास के क्षेत्र अधिकतम 100 किमी के अभ्यर्थी ही आवेदन कर सकेंगे। ताकि वे विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित कक्षाओं में भाग ले सकें। कक्षाएं समाप्त के आखिरी दिनों में शाम 6:00 से रात 9:00 के बीच क्लासेस चलाई जाएंगी सप्ताह में 12 घंटे की कक्षाएं होंगी। कोर्स में प्रवेश के लिए आवेदक को अपने संस्थान से एनओसी लेना होगा दाखिला प्रवेश परीक्षा और इंटरव्यू के माध्यम से होगा।

जिम्मेदारों ने दी जानकारी

विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग संकाय के प्रोफेसर इंचार्ज प्रोफेसर आरएल गुप्ता ने बताया कि पहले चरण में डिपार्टमेंट ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में पावर सिस्टम में 20 सीटों व डिपार्टमेंट ऑफ मैकेनिकल इंजीनियरिंग में इंडस्ट्रियल एंड प्रोडक्शन इंजीनियरिंग में 20 सीटों पर प्रवेश लिया जाएगा। इसका शुल्क प्रति सेमेस्टर ₹40000 निर्धारित किया गया है। इस कोर्स के संचालन के लिए कोई अतिरिक्त इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत नहीं पड़ेगी। शाम को क्लास और लैब खाली रहती है इसका उपयोग किया जाएगा। कार्यक्रम के लिए अतिरिक्त मानव संसाधन की भी जरूरत नहीं होगी। क्लास संकाय सदस्य ही लेंगे इन्हें इसका पारिश्रमिक भी दिया जाएगा।

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आधुनिक उपकरणों का होगा प्रयोग

प्रोफेसर गुप्ता ने बताया कि इस तरह का कार्यक्रम देश के प्रतिष्ठित तकनीकी संस्थानों में चलाया जा रहा है अब इसे लखनऊ विश्वविद्यालय में भी शुरू किया जा रहा है या कार्यक्रम सीखने के अवसर को बढ़ाएगा और सोच को भी गति देगा इसमें प्रवेश लेने वालों को आधुनिक उपकरण के प्रयोग का अवसर मिलेगा पीजी के डिग्री प्राप्त करने के बाद वह अपने क्षेत्र में प्रमोशन आदि में भी इसका बेहतर प्रयोग कर सकेंगे।

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