सूक्ष्मास सिविल सर्विसेज़ प्रीपरेटरी प्रोग्राम लखनऊ के छात्रों में हो रहा है बेहद लोकप्रिय लखनऊ में एक साल के अंदर सूक्ष्मास के साथ जुड़ने वाले छात्रों की संख्या 100 फीसदी बढ़ी
लखनऊ . सूक्ष्मास एक अनूठा लर्निंग प्लेटफाॅर्म है जो सोशल मीडिया और एजुकेशन का अनूठा लर्निंग इकोसिस्टम है, इस मंच के माध्यम से वे विभिन्न विषयों पर चर्चा कर सकते हैं। पिछले साल में यह प्लेटफाॅर्म लखनऊ के छात्रों के बीच तेज़ी से लोकप्रिय हुआ है, बड़ी संख्या में छात्र आईएएस, पीसीएस एवं अन्य सरकारी परीक्षाओं की तैयारी के लिए सूक्ष्मास का इस्तेमाल कर रहे हैं, इन छात्रों की संख्या पिछले साल के दौरान 10,000 से बढ़कर 18,500 हो गई है।
लखनऊ में छात्र आईएएस, पीएसएस एवं अन्य सरकारी नौकरियों में अपना करियर बनाने के लिए बेहद उत्सुक हैं, हालांकि समाज में मौजूद पारम्परिक प्रणाली के साथ इन क्षेत्रों में करियर बनाना आसान नहीं है। सूक्ष्मास का प्लेटफाॅर्म बेहद रोचक, गतिशील है तथा लर्निंग के बेहतरीन परिणाम देता है। आज बड़ी संख्या में लखनऊ के छात्र सूक्ष्मास पर लाॅगइन कर रहे हैं। छात्र सूक्ष्मास के प्लेटफाॅर्म पर वे सवाल पोस्ट करते हें, जिन्हें वे खुद आसानी से हल नहीं कर पाते और उन्हें इन सवालों का जवाब बड़ी आसानी से मिल जाता है। सूक्ष्मास सिर्फ छात्रों तक ही सीमित नहीं है, अध्यापक भी इस प्लेेटफाॅर्म के ज़रिए मुश्किल सवालों केे जवाब पा सकते हैं और अपने छात्रों की मदद कर सकते हैं।
सूक्ष्मास का एक फायदा यह है कि लखनऊ में हिंदी भाषा में सिविल सेवाओं की तैयारी करने वाले छात्र भी इससे लाभान्वित हो सकते हैं। संस्थापक कमलेश जंग बहादुर सिंह सोशल मीडिया की तरह यह बेहद रोचक है और उनका समय बर्बाद किए बिना अध्ययन को बेहद उत्पादक बना देता है।’’
सूक्ष्मास के बारे में -
सूक्ष्मास सोशल मीडिया और शिक्षा का अनूठा संयोजन है जो अध्यन को सोशल मीडिया की तरह रोचक और मज़ेदार बना देता है। यह शिक्षा के लिए केन्द्रीकृत प्लेटफाॅर्म है जहां छात्र अपने विचारों को साझा कर सकते हैं, सवालों के जवाब पा सकते हैं, अपनी पढ़ाई के लिए नोट्स पा सकते हैं।