
उत्तर प्रदेश के कानपुर में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद बवाल हो गया। इसके पीछे जो वजह है वह भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा का बयान है। मुस्लिम समुदाय का आरोप है कि एक टीवी डिबेट में नूपुर ने धार्मिक विवादित टिप्पणी की। इससे मुस्लिम समुदाय के लोग नाराज हो गए। कानपुर में दो समुदाय में उस समय जमकर पत्थरबाजी हो गई जब शहर में प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति मौजूद थे। हालांकि भाजपा ने नुपूर शर्मा को पार्टी से सस्पेंड कर दिया है। विवादित बयान के बाद कई धमकियां भी मिलीं।
क्या है नूपुर शर्मा का राजनीति करियर
2010 में नूपुर छात्र राजनीति से निकलने के बाद भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा में सक्रिय हुईं। उन्हें मोर्चा में राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी का जिम्मा सौंपा गया। इस समय नूपुर शर्मा भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता थीं। 2015 में वह पहली बार चर्चा में आई थीं। जब दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप के मुखिया अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मैदान में उतारा गया था। नूपुर भाजपा दिल्ली की प्रदेश कार्यकारिणी समिति की सदस्य भी थी। घटना के बाद बीजेपी से बाहर कर दिया। नूपुर दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। 2008 में ABVP की ओर से छात्र संघ चुनाव जीतने वाली नूपुर एकमात्र उम्मीदवार रहीं। लंदन स्कूल ऑफ इकॉनॉमिक्स से पढ़ाई करने वाली नूपुर पेशे से वकील भी हैं।
क्या दिया विवादित बयान
एक न्यूज चैनल के डिबेट में 27 मई को नूपुर शर्मा ने विवादित बयान दिया। बहस के दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग हिंदू आस्था का लगातार मजाक उड़ा रहे हैं। अगर यही है तो वह भी दूसरे धर्मों का मजाक उड़ा सकती हैं। नूपुर ने इसके आगे इस्लामी मान्यताओं का जिक्र किया। इसको मोहम्मद जुबैर नाम के युवक ने अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया और नूपुर पर विवादित टिप्पणी करने का आरोप लगाया। इसी को लेकर कानपुर में पर्चे भी चिपकाए गए हैं।
Updated on:
05 Jun 2022 05:14 pm
Published on:
05 Jun 2022 05:12 pm
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