कनिष्क ने मात्र 25 वर्ष की उम्र में स्वतन्त्र रूप से तीन वर्षों तक शोध कार्य किया और उसका संकलन कर खेल पर एक नवीन एवं मौलिक शोध 'स्पोर्ट्सः ए वे ऑफ लाइफ' तैयार किया जिसे उन्होंने 20 जुलाई 2017 को राष्ट्रपति को भेंट किया। इस शोध में खेलों के के माध्यम से राष्ट्रीय चरित्र निर्माण के संकल्प को दोहराया गया है। खेल पढ़ाई के मार्ग में बाधक है, इस नकारात्मक सोच को तथ्यों के सहारे गलत सिद्ध किया गया है।