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13 लोगों को Coronavirus के बाद पंजाब के इस शहर में Lockdown, सड़कों पर उतरा प्रशासन

जनता कर्फ्यू के चलते रविवार को नहीं चलेंगी पंजाब रोडवेज की बसें कई शहरों में होटल-रेस्टोंरेट बंद कराए, बाजारों को विसंक्रमित किया

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Sanitization

अमृतसर/लुधियाना/चंडीगढ़। पंजाब में कोरोनावायरस के मरीजों की संख्या 13 हो गई है। एक की मौत हो चुकी है। यह गिनती लगातार बढ़ रही है। प्रदेश के हर जिले का प्रशासन इसे रोकने की हर संभव कोशिश कर रहा है। इसी के मद्देनजर शनिवार को पंजाब भर के कई शहरों में अभियान चलाया गया। सरकार के आदेश को सख्ती से लागू कराया गया। कई शहरों में महामारी की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन द्वारा दवाइयों का छिड़काव करना शुरू कर दिया गया है। शहीद भगत सिंह नगर जिला के कस्बा नवांशहर को तीन दिन के लिए जिला प्रशासन ने पूर्ण रूप से बंद करवा दिया है।

घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं

शहीद भगत सिंह नगर जिले के नवांशहर निवासी 70 वर्षीय बल्देव सिंह की मौत हो चुकी है। वह सात मार्च को इटली होते हुए जर्मनी से दिल्ली लौटा था। मधुमेह और हृदयरोग से पीड़ित था। मौत के बाद खुलासा हुआ कि वह कोरोनावायरस से संक्रमित था। इसके बाद होशियारपुर, श्री आनंदपुर साहिब और जालंधर के कई गांवों को लॉकडाउन कर दिया गया था। इसके साथ ही उसके परिवार के अनेक सदस्यों को कोरोनावायरस पाया गया है। बल्देव सिंह के तीन पुत्र, दो पुत्री और एक नातिन को कोरोनावायरस से संक्रमित पाया गया है। उनका इलाज चल रहा है। इसके चलते यहां के लोगों को अब शहर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है।

लुधियाना में होटल-रेस्टोरेंट बंद कराए

सबसे पहले बात करें जिला लुधियाना के कस्बा मडी गोबिंदगढ़ की तो यहां जिला प्रशासन ने पहले तो बाजार बंद करवाए। इसके बाद बाजारों में दवाई का छिड़काव करवाया। लुधियाना में डीसी खुद सड़क पर उतरे। लोगों से गुजारिश करते दिखाई दिए। साथ में होटल और रेस्टोरेंट्स को बंद करवाते दिखाई दिए। जालंधर में भी यही हाल रहा, जहां प्रशासन ने पहले तो बाजार बंद करवाए फिर दवाई का छिड़काव करवाया।

इन शहरों का हाल

पठानकोट, होशियारपुर, बठिंडा, फिरोजपुर, गुरदासपुर, संगरूर, मानसा, बरनाला, मुक्तसर, कपूरथला में प्रशासनिक अधिकारी सड़कों पर उतरे। लोगों से दुकानें बंद करने की अपील की। बजारों को सेनीटाइज कराया।

दरबार साहिब में घटे श्रद्धालु

बात करें अमतसर की तो अमृतसर रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर प्रशासन के लोग बार-बार सेनीटाइज करते दिखाई दिए। गोल्डन टेम्पल दरबार साहिब परिसर औ दुर्ग्याणा मंदिर परिसर में शनिवार को श्रद्धालुओं की संख्या अन्य दिनों के मुकाबले काफी कम रही। बाहर से आने वाले पर्यटकों की गिनती में काफी कमी आई।

पंजाब रोडवेड की बसें सोमवार से चलेंगी

इस बीच 22 मार्च को जनता कर्फ्यू की भी तैयारी है। ट्रांसपोर्ट मंत्री श्रीमती रजि़या सुल्ताना ने एक घोषणा करते हुए कहा कि पंजाब रोडवेज और पी.आर.टी.सी. की बसें चुनिंदा मार्गों पर रविवार को नहीं चलाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि 50 निर्धारित मार्गों पर यह सेवाएं सोमवार से चालू होंगी। बसों को सही तरह कीटाणु-मुक्त किया जायेगा। यकीनी बनाया जाएगा कि 50 प्रतिशत से अधिक सीटें न भरीं हों और यात्रियों के दरमियान सही दूरी बनी रहे। संशोधित कार्यक्रम व्यापक को रूप से बस अड्डों और अन्य स्थानों पर जनता के लिए उपलब्ध करवाया जाये।

इमरजेंसी में ही यात्रा करें

श्रीमती सुल्ताना ने लोगों से अपील की कि वह ग़ैर ज़रूरी यात्रा से बचें और सिर्फ इमरजेंसी के दौरान ही घर से बाहर जाएँ क्योंकि इससे भयानक कोरोनावायरस को काबू करने में सहायता मिलेगी। चाहे यह बहुत से लोगों के लिए ख़ासकर समाज के गरीब वर्गों के लिए असुविधा हो सकती है, परन्तु सार्वजनिक सुरक्षा के बड़े हित के लिए और सभी नागरिकों की अच्छे स्वास्थ्य को यकीनी बनाने के लिए समय की ज़रूरत है।