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इस एक परिवार के तीनों बेटे हैं अलग-अलग राज्यों में मुख्य सचिव, सीएम योगी ने दी इन्हें भी बड़ी जिम्मेदारी

महोबा से एक ही घर के तीन बेटे IAS बनकर आज देश की सेवा कर रहे हैं।

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CM yogi

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महोबा. बुंदेलखंड के सबसे पिछड़े जनपद महोबा (Mahoba) में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। महोबा से एक ही घर के तीन बेटे IAS बनकर आज देश की सेवा कर रहे हैं। इनमें से एक बेटे को शनिवार को ही यूपी सरकार द्वारा कार्यवाहक मुख्य सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। हम बात कर रहे हैं राजेंद्र कुमार तिवारी की। इनके पिता इंटर कालेज में प्रधानचार्य रहे हैं। बेटे की इस कामयाबी और ओहदे से परिवार के लोग खासे प्रसन्न हैं।

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पिता कॉलेज के रहे हैं प्रधानाचार्य-

महोबा शहर के मलकपुरा मुहल्ले में रहने वाले इंटर कालेज के पूर्व प्रधानाचार्य गया प्रसाद तिवारी के दूसरे बड़े बेटे राजेन्द्र कुमार तिवारी को सूबे की सरकार का कार्यवाहक मुख्य सचिव बनाया गया है। बेटे को इस बड़े मुकाम पर देख उनके माता-पिता की खुशी का ठिकाना नहीं है। जनपद के लिए यह पल बड़ा गौरवमय है। यूँ तो इनके तीनों पुत्र आईएएस अधिकारी हैं, मगर राजेंद्र कुमार बचपन से ही न केवल माँ-बाप के लाड़ले रहे हैं बल्कि पड़ोसियों से भी इनका खास लगाव रहा है।

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तीनों बेटे हैं मुख्य सचिव-

पिता की कड़ी मेहनत और माँ के त्याग ने अपने तीन बेटों को आईएएस बना दिया। इनके बड़े बेटे देवेंद्र कुमार तिवारी झारखंड में मुख्य सचिव के पद पर कार्यरत हैं। उनके सबसे छोटे बेटे धीरेन्द्र तिवारी पंजाब में प्रमुख सचिव के पद पर अधीनस्थ हैं। तीनों बेटे के साथ पूर्व प्रधानाचार्य की बड़ी बहू भी केंद्र सरकार में सचिव हैं। पिता पूर्व प्रधानाचार्य गया प्रसाद तिवारी बताते हैं कि मेरे बेटे वर्तमान में उत्तरप्रदेश सरकार में कार्यकारी सचिव के पद पर आसीन हुए हैं।

रामलीला में भी मंचन कर चुके हैं-

पढाई में हमेशा अब्वल रहने वाले राजेंद्र की प्रारंभिक शिक्षा बुंदेलखंड के ही जनपद ललितपुर में पूरी हुई। राजेन्द्र तिवारी अभिनय और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी रुचि रखते हैं। उन्होंने रामलीला में भी मंचन किया है। अपने बेटों को देश के उच्च पदों पर देख पिता गर्व महसूस करते हैं। उनका कहना है कि अगर ईमानदारी और मेहनत से कोई भी काम किया जाए तो सफलता जरूर मिलती है।