जम्मू कश्मीर के अखनूर में आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुए महाराजगंज के चन्द्रबदन, तीन दिन बाद घर आने वाल थे
- 24 साल के चन्द्रबदन शर्मा पर पूरे परिवार की थी जिम्मेदारी
- 2017 में सेना में हुए थे भर्ती, मार्च में ती साल पूरे होने को थे

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
महराजगंज. जम्मू कश्मीर के अखनूर सेक्टर में चिनाब नदी के किनारे शनिवार भोर में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड में महराजगंज जिले के सिसौनिया गांव निवासी सेना के जवान चन्द्रबदन शहीद हो गए। उनकी शहादत की जानकारी होते ही परिवार और इलाके में मातम छा गया। उनका पार्थिव शरीर रविवार को पहुंचेगा, जिसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुए चंद्रबदन शर्मा पर घर का बोझ था। अभी उनकी शादी भी नहीं हुई थी। परिवार वालों के मुताबिक शहीद इसी 10 फश्रवरी को एक महीने की छुट्टी पर घर आने वाले थे। उनकी शहादत की खबर सुनते ही सिसवानियां गांव स्थित उनके घर पर लोग उमड़ पड़े। उनके पिता भोला शर्मा ने कहा कि बेटा देश के लिये शहीद हुआ इस बात का उन्हें और उनके परिवार को गर्व है।
24 साल के चंद्रबदन शर्मा 2017 में आर्मी में भर्ती हुए थे। 2018 में उनकी तैयनाती सेना में सिग्नल कोर में हुई थी। मार्च महीने में उनकी नौकरी को तीन साल पूरा होने वाला था। अभी उनकी शादी भी नहीं हुई थी। पिता भोला शर्मा गुजरात में रहकर काम करते हैं। बेटे के बारे में खबर मिलते ही वह घर के लिये रवाना हो गए। उनपर पूरे परिवार की जिम्मेदारी थी। अपने दोनों भाई बहन को पढ़ा लिखाकर कामयाब बनाना उनका सपना था। इसके लिये दोनों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिये भेजा था।
पूरा परिवार उनके आने का इंतजार कर रहा था। उन्होंने घर पर बता रखा था कि 10 फरवरी से उन्होंने छुट्टी ले रखी है और इस बार एक महीने के लिये वह घर आ रहे हैं। उनके आने के तीन दिन पहले ही उनके बारे में खबर आने से परिवार बेहद दुखी है।
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