बता दें कि कुछ दिन पूर्व कसबे के वनैलिया मां मंदिर के पास एक मोबाइल की दुकान पर हियुवा के जिलाध्यक्ष नरसिंह पंाडेय और व्यवसायी रामकेवल उसके पुत्र अमर करन तथा धरम से कथित विवाद को लेकर पुलिस ने हियुवा अध्यक्ष की तहरीर पर कई संगीन धाराओं समेत 7 क्रिमल एक्ट की धारा अंतरगत भी केस दर्ज कर दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजने की कर्ररवाई की थी। इसके साथ ही पुलिस ने रामकेवल के दुकान पर ताला भी लगवा दिया था। पुलिस के इस ज्यादती की खबर पत्रिका ने प्रमुखता से छापी थी।एफआईआर दर्ज हेाने के बाद सभी आरोपी शनिवार को ही न्यायालय में सिलेंडर कर जमानत की अपील किए।
न्यायालय ने आरोपियों को जमानत दे दी। इधर सेम डे जमानत हियुवा के अध्यक्ष और उनके समर्थकों को नगवार लगा। आरोप है कि जमानत कराकर जैसे ही आरोपी अपने घर के दरवाजे पर पंहुचे वैसे ही नरसिंह पांडेय ने अपने चार पंाच समर्थकों के साथ उनके वाहन पर हमला बोल दिया। हमले में बोलेरो के सीसे टूट गए तथा परिवार के सदस्य करन अमर,धरम, प्रीती मुस्कान व दो छोटे बच्चों को चोट आई। करन ने घटना से संबंधित तहरीर थने पर दिया तो पुलिस एफआईआर दर्ज करने के बजाय मामले को सुलह समझौते से निपटाने की कसरत में जुट गई। इसके लिए थाने पर देर शाम तक स्थानीय भाजपा नेताओं का जमावड़ा लगा रहा।
पीड़ित व्यवसायी परिवार पर भी दबाव बनाया गया। थाने के एसओ अनिल कुमार ने कहा भी कि मामले में सुलह समझौते की बात चल रही है वहीं सीओ धमेंद्र कुमार यादव कह रहे थे कि तहरीर देने वाला व्यक्ति नहीं मानता है तो मुकदमा दर्ज होगा। बहरहाल मामले पर राजनीतिक रंग चढ़ता देख देर शाम को पुलिस ने करन की तहरीर पर हियुवा के जिलाध्यक्ष नरसिंह पांडेय समेत छह के खिलाफ धारा 323,504,147 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पूर्व विधायक मुन्ना सिंह ने कहा है कि अपराध के सापेक्ष जिस धारा के तहत मुकदमा दर्ज किया है वह उचित नहीं हैं। पुलिस ने अपराध का अल्पीकरण किया है। वहीं एसओ अनिलकुमार का कहना है कि करन की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच चैकी इंचार्ज दिनेश पंाडेय को सौंप दी गई है।
By Yashoda Srivastava
By Yashoda Srivastava