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बिना पैसा लगाए शुरू करें ये बिजनेस, कम मेहनत में है ज्यादा फायदा

Management Mantra: ड्रॉप शिपिंग का बिजनेस एक बेहतर आइडिया साबित हो सकता है। इस सेगमेंट में सबसे लो कॉम्पीटिशन है और इंडिया जैसे इमर्जिंग मार्केट में ऐसे ई-कॉमर्स आइडिया सबसे ज्यादा वैल्यूएबल माने जा रहे हैं।

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जयपुर

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Sunil Sharma

Jul 21, 2019

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Management Mantra: ई कॉमर्स सेगमेंट में स्टार्टअप को स्टेबलिश होने के लिए काफी स्ट्रगल करना पड़ता है। इसका प्रमुख कारण है प्रोडेक्ट की अधिकता, डिलीवरी टाइम और रिप्लसेमेंट की परेशानी है। इसके अलावा जॉइंट प्लेयर के साथ कॉम्पीटिशन भी किसी यंग एंटरप्रेन्योर के लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है। लेकिन ई-कॉमर्स सेगमेंट में स्टार्टअप का आइडिया खोज रहे एस्पायरिंग एंटरप्रेन्योर के लिए ड्रॉप शिपिंग का बिजनेस एक बेहतर आइडिया साबित हो सकता है। इस सेगमेंट में सबसे लो कॉम्पीटिशन है और इंडिया जैसे इमर्जिंग मार्केट में ऐसे ई-कॉमर्स आइडिया सबसे ज्यादा वैल्यूएबल माने जा रहे हैं। कई वैंचर कैपेटलिस्ट फर्म भी ड्रॉप शिपिंग बिजनेस को लेकर पॉजिटिव एप्रोच दिखा रहे हैं। इसे देखकर अंदाजा लगा सकते हैं कि इसमें फ्यूचर अच्छा है।

क्या है ड्रॉप शिपिंग, समझें जरा
यदि एक लाइन में ड्रॉप शिपिंग को परिभाषित किया जाए तो इसमें ई-कॉमर्स वेबसाइट के जरिए आपको मिले ऑर्डर व कस्टमर की शिपमेंट डिटेल को प्रोडेक्ट डीलर तक पहुंचाना है। दरअसल ड्रॉप शिपिंग बिजनेस में एंटरप्रेन्योर को एक ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म तैयार करना होता है। जिसमें वह उन प्रोडेक्ट को डिस्प्ले करता है जिनके डीलर या होलसेलर व कॉन्ट्रेक्ट करता है। इसके बाद अपनी प्लेटफॉर्म पर जो उसे ऑर्डर रिसीव होते हैं उसकी डिटेल उसे डीलर को भेजनी होती है, जो कि डायरेक्ट कस्टमर को ऑर्डर डिलीवर करता है। इसमें आपका कोई रोल नहीं होता है। ड्रॉप शिपिंग एक ऐसा बिजनेस मॉडल है, जिसमें आप अपनी मर्जी से ऐसे प्रोडेक्ट चुन सकते है, जिनमें मुनाफा अधिक होता है।

क्वालिटी कंट्रोल सबसे महत्वपूर्ण
प्रोडक्ट को अपने प्लेटफॉर्म पर डिस्प्ले करने से पहले उसकी क्वालिटी जरुर जांच लें। सप्लायर से सहमति पत्र लें कि उसके प्रोडेक्ट वहीं रहेंगे जो कि उसके डील करने के दौरान दिखाए हैं। इसके अलावा आप समय-समय पर स्वयं भी प्रोडेक्ट की जांच करते रहें। इससे कि यदि सप्लायर लो क्वालिटी के प्रोडेक्ट की डिलीवरी कर रहा है तो उसे बदला जा सके। आप कस्टमर को प्लेटफॉर्म पर रिव्यू की सुविधा जरुर उपलब्ध कराएं। साथ ही फीडबैक फॉर्म, मेल या फोन के जरिए भी आप कस्टमर से मिल रहे प्रोडेक्ट के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।

सप्लायर सलेक्शन और ऑनलाइन में सावधानी
इस बिजनेस में सबसे अहम रोल सप्लायर का होता है। आपकी सप्लायर लिस्ट में वो ही लोग हैं जो कि सर्टिफाइड हों और लंबे समय से उस प्रोडेक्ट की मैन्यूफैक्चरिंग या सेल से जुड़े हों। इस बिजनेस को स्टार्ट करने से पहले आप किस प्रकार की प्रोडेक्ट को सेल करना चाहते हैं और उनके सप्लायर की उपलब्धता कितनी है इस पर वर्कआउट करना जरुरी है। शिपमेंट चार्ज पर सप्लायर के साथ डील और प्रोडक्ट रिप्लेसमेंट की स्थिति में अहम पार्ट किसका होगा इनकी डिटेलिंग करनी होगी।

ये प्रोडेक्ट रहते हैं ट्रेंडिंग में
ड्रॉप शिपिंग बिजनेस की शुरुआत ऐसे प्रोडेक्ट के साथ करें जिनकी डिमांड हमेशा बनी रहती है। इसमें कम्प्यूटर एसेसरीज, कपड़े, मोबाइल एसेसरीज, बुक्स, टॉयज व फर्नीचर शामिल है। कस्टमर के साथ इन प्रोडक्ट के सप्लायर भी आसानी से मिल जाएंगे। ऐसे प्रोडेक्ट को अपनी लिस्ट में शामिल नहीं करें जिनका शिपमेंट चार्ज अधिक हो क्योंकि ड्रॉप शिपिंग बिजनेस में अधिक शिपमेंट चार्ज की स्थिति में प्रोफिट कम हो सकता है।

ड्रॉप शिपिंग बिजनेस के बेनिफिट
ड्रॉप शिपिंग बिजनेस का सबसे बड़ा बेनिफिट यह है कि इसे मैनेज करने के लिए किसी बड़ी टीम की आपको जरुरत नहीं है। स्टार्टअप के शुरुआती दिनों में आप केवल एक या दो लोगों की मदद से इस बिजनेस को रन कर सकते हैं। इसके अलावा इंवेटरी मेंटीनेंस, स्टोर, टेक्नीकल टीम की भी इस बिजनेस में कोई भूमिका नहीं है। यदि इस बिजनेस में आपका रेवेन्यू मॉडल अनुकूल है, तो आपके प्लेटफॉर्म की लोकप्रियता तेजी से बढ़ सकती है और आप जल्द ही मुनाफा कमाना भी प्रारंभ कर सकते हैं। इस कैलक्यूलेशन को सही रख पाते हैं तो बिजनेस तेजी से ग्रो कर सकता है।