12 वर्ष की उम्र में सपना चौधरी ने शुरू कर दिया था स्टेज पर डांस करना
सपना चौधरी का जन्म 25 दिसंबर 1990 को हरियाणा के रोहतक में हुआ था। बचपन में ही उनके पिता का निधन हो गया था। उनके पिता ही घर के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे, ऐसे में पूरे परिवार पर संकटों के बादल छा गए। इन हालात में सपना चौधरी ने घर का खर्चा चलाने के लिए बारह वर्ष की उम्र में ही स्टेज पर डांस करना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे उनका डांस लोगों को पसंद आने लगा तो उनकी इनकम भी बढ़ने लगी। कुछ वर्षों तक इसी तरह चलता रहा। उन्हें पहला बड़ा ब्रेक अपने एलबम “सॉलिड बॉडी” से मिला। इस एक गाने ने उन्हें हरियाणा तथा आस-पास के क्षेत्रों में पापुलर कर दिया। अपनी जिम्मेदारियों के चलते सपना चौधरी की पढ़ाई-लिखाई भी सुचारु रूप से नहीं हो सकी।
आत्महत्या का भी किया था प्रयास
सपना सफलता की सीढ़ीयां चढ़ ही रही थी कि वर्ष 2016 में एक स्टेज शो के दौरान उन पर दलित समुदाय के अपमान का आरोप लगा तथा उनके खिलाफ दलितों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने की शिकायत को लेकर एफआईआर भी दर्ज करवाई गई। उस समय सपना डिप्रेशन में आ गई तथा उन्होंने हाथ की नस काट आत्महत्या का प्रयास किया।
बिग बॉस से मिली अपार सफलता
आत्महत्या के प्रयास के बाद उन्होंने एक बार फिर से अपने कॅरियर को लेकर प्रयास आरंभ किए और जल्दी ही सपना चौधरी को बिग बॉस 11 में जाने का मौका मिला। इस शो के बाद वह घर-घर प्रसिद्ध हो गई। यहीं से उनके कॅरियर ने एक नई उड़ान भरी। इसके बाद उनके कई सोलो एल्बम रिलीज हुए, जिनसे सपना चौधरी के प्रशंसकों की संख्या बढ़ने लगी। वर्ष 2018 में वह भारत में सर्च होने वाली टॉप सेलेब्रिटीज की लिस्ट में तीसरे स्थान पर थी।
बिना टॉपर बने हासिल की सफलता
जहां कुछ होनहार बच्चे बोर्ड परीक्षा या कॉम्पीटिशन परीक्षाओं में कम नंबर आने से हतोत्साहित हो जाते हैं, वहीं सपना चौधरी ने इसकी परवाह किए बगैर सफलता के लिए हरसंभव प्रयास किया। आम लोगों के उलट सपना चौधरी कभी स्कूल टॉपर या कॉलेज टॉपर नहीं रही, परन्तु उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत के दम पर वो सब हासिल किया जो हजारों-लाखों लोगों के लिए सपना ही रहता है। उन्होंने बचपन से ही काम कर अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियां पूरी की और सफलता के शिखर तक पहुंची।