
waste management in hindi
Waste Management: भारत में 6.2 करोड़ टन कचरा होता है, जिसमें 4.3 करोड़ टन सॉलिड वेस्ट मैटेरियल शामिल है। इस कचरे का लगभग 70 फीसदी हिस्सा बेकार हो जाता है और लैंडफिल साइट्स पर फेंक दिया जाता है। हालांकि एक अच्छी खबर यह भी है कि जैसे-जैसे शहरी भारतीय नई टेक्नोलॉजी के साथ तालमेल बना रहे हैं, वैसे-वैसे कचरा प्रबंधन क्षेत्र भी उन्हें ऑनलाइन सर्विस देने के लिए कमर कस रहा है। जानते हैं कुछ ऐसी सर्विसेज के बारे में, जो घर से वेस्ट मैटेरियल्स को अलग करने और उनके पिकअप को आसान बनाने के लिए काम कर रही हैं।
टोटर (www.toter.com)
टोटर हैदराबाद का डिजिटल डोरस्टेप रिसाइकिल पिकअप सर्विस प्लेटफॉर्म है। कंपनी कीमत और वजन के मामले में पारदर्शी सेवा का आश्वासन देती है। यह टैट्रा पैक्स, सिगरेट के टुकड़े और ई-कचरे सहित लगभग सब कुछ रिसाइकिल करती है। यह पुराने कपड़े और जूते दान करने का विकल्प भी देती है। यूजर्स अपनी सुविधा के अनुसार पिकअप समय और स्लॉट बुक करा सकते हैं।
जंकार्ट (https://junkart.in)
यह प्लेटफॉर्म हर तरह के वेस्ट मैटेरियल्स खरीदता है ताकि उन्हें फिर से रिसाइकिल किया जा सके। कंपनी दिल्ली-एनसीआर में सेवाएं दे रही है। यह कॉर्पोरेट जगत से आने वाले स्क्रैप मैटेरियल को सही जगह पहुंचाने का बेहतर प्लेटफॉर्म है।
कबाड़ ऑनलाइन (www.kabadonline.com)
यह कबाड़ माल को ऑनलाइन बेचने की सुविधा देता है। इसके जरिए कोई भी सेलर सीधे बाजार से संपर्क करके रद्दी सामान बेच सकता है। महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी वेंडर्स का पुलिस वेरिफिकेशन अनिवार्य होता है।
स्क्रेबिड (scrabid.com)
स्क्रेबिड से कोई भी सेलर किसी डीलर या रिसाइकलर से सीधा संपर्क कर सकता है। यह स्क्रैप मैटेरियल्स को बी2बी माध्यम से ऑनलाइन बिड के जरिए बेचने या खरीदने की सुविधा देता है। इसका इस्तेमाल देशभर में कहीं से भी मोबाइल ऐप या वेब के द्वारा कर सकते हैं।
द कबाड़ीवाला (www.thekabadiwala.com)
यह कंपनी भोपाल, इंदौर, अहमदाबाद और औरंगाबाद में काम कर रही है। आप स्क्रैप मैटेरियल को बेचने के लिए वेबसाइट या फोन के माध्यम से ऑनलाइन रिक्वेस्ट भेज सकते हैं। इसके बाद कबाड़ीवाला का वेंडर स्क्रैप मैटेरियल को इकट्ठा करने व उसका वजन करने के लिए बताए गए पते व समय पर पहुंचता है।
Published on:
31 Oct 2019 06:07 pm
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