वन कर्मचारी संघ के पदाधिकारी मिले कलेक्टर से
मंडला. पश्चिम सामान्य वनमंडल की डीएफओ संध्या सिंह के खिलाफ वनकर्मियों में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है।
साथ ही उनके द्वारा वन विश्राम गृह के प्रभारी और वनरक्षक संतोष दास मानिकपुरी को दिया गया कारण बताओ नोटिस का मामला भी तूल पकड़ता जा रहा है। 25 अप्रैल को वन कर्मचारी संघ वनरक्षक संतोष दास के समर्थन में आ गया और कलेक्टर प्रीति मैथिल को डीएफओ सिंह की मनमानी रोकने के संबंध में ज्ञापन सौंपा और मांग की कि कलेक्टर द्वारा उस शोकॉज नोटिस को निरस्त करने की अनुशंसा की जाए जो डीएफओ सिंह ने वनरक्षक को दिया है।
कलेक्टर ठहरीं थीं
दरअसल 13 अप्रैल को जिले की नवागत कलेक्टर प्रीति मैथिल वन विश्राम गृह में ठहरी हुईं थीं। उसी दिन उन्होंने जिले का कार्यभार भी ग्रहण किया था। संध्या सिंह ने वनरक्षक को यह कहकर शोकॉज नोटिस जारी किया था कि उसने बिना सक्षम अधिकारी की अनुमति के 13 अप्रैल को विश्राम गृह के कक्ष का आरक्षण स्वैच्छिक रूप से क्यों किया था? कर्मचारी संघ का कहना है कि वन विभाग के अधिकारियों के निर्देश के बिना वनरक्षक विश्राम गृह में किसी को भी कक्ष उपलब्ध नहीं कराते हैं। डीएफओ बेवजह निम्न तबके के कर्मचारियों को मानसिक रूप से प्रताडि़त करती हैं। कलेक्टर मैथिल से अपील की गई है कि वे डीएफओ सिंह को वनकर्मियों को मानसिक प्रताडऩा देने से रोकें।
ये रहे शामिल
कलेक्टर मैथिल को ज्ञापन सौंपने के दौरान वन कर्मचारी संघ की जिला शाखा के अध्यक्ष बाल ङ्क्षसह ठाकुर, कोषाध्यक्ष नितिन पटेल, निगम कर्मचारी संघ अध्यक्ष अतुल बाजपेई, निगम कर्मचारी संघ सचिव सुनील पटेल, जिला सचिव जुगल किशोर पांडे, उपाध्यक्ष दिनेश मरावी, प्रांतीय महामंत्री अंकित बाजपेई, लोकेश भारतीय, अजय कुशवाहा सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी उपस्थित थे। इस दौरान कर्मियों ने आक्रोश व्यक्त किया।