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धरोहरों की सुरक्षा कर रहे कर्मियों पर रोजगार का संकट

नहीं दिया जा रहा निर्धारित वेतन, अब नये सुरक्षा गार्डों की कर दी नियुक्ति

मंडलाAug 26, 2021 / 09:28 pm

Mangal Singh Thakur

धरोहरों की सुरक्षा कर रहे कर्मियों पर रोजगार का संकट

धरोहरों की सुरक्षा कर रहे कर्मियों पर रोजगार का संकट

मंडला. गौड़कालीन धरोहरों की 10 वर्षों से सुरक्षा कर रहे कर्मचारियों पर रोजगार का संकट मंडराने लगा है। कभी 13 हजार रुपए माह का मानदेय पाने वाले कर्मचारियों को अब 4 हजार 500 रुपए दिया जा रहा है। जिससे कर्मचारी असंतुष्ट हैं अब उन्हें नौकरी से भी निकाला जा रहा है। जानकारी के अनुसार रामनगर में स्थित गौड़कालीन महलों की सुरक्षा के लिए निजी कंपनी द्वारा सुरक्षा गार्ड रखे गए हैं। इमारतें मप्र शासन के पुरातत्व विभाग की देखरेख में है। लेकिन सुरक्षा के लिए निजी कंपनियों को ठेका दिया जाता है। जो की समय समय में बदलती रहती हैं। वर्ष 2011 में सिगनर कंपनी ग्वालियर, वर्ष 2014 में बरफानी कंपनी एवं 2017 से रतन कंपनी तथा वर्तमान वर्ष 2021 में कृष्णा सिक्योरिटी एंड लेबर सप्लायर सर्विस प्रालि भोपाल को जिम्मेदारी सौंपी गई। रामनगर की महलों की सुरक्षा में लगे सुरक्षा गार्ड जुलाई माह तक इसी कंपनी के अंडर में काम किए हैं। लेकिन अगस्त माह से कंपनी ने बिना किसी पूर्व सूचना एवं जानकारी के 8 कर्मचारियों को कार्य से निकाल दिया है। इसकी जानकारी जिला संग्रहालय अधिकारी को भी नहीं दी गई है। उनके स्थान पर नये कर्मचारी भी रख लिए हैं।


सुरक्षाकर्मियों की किसी भी प्रकार की शिकायत पुरात्वत विभाग में नहीं है। ईमानदारी से काम करने के बाद भी कर्मचारियों को निकाला जा रहा है। कोरोना काल में भी कर्मचारियों ने अपनी दायित्वों का निर्वाहन किया। इसके बाद भी इन्हे काम से निकाला जा रहा है। जिससे उन्हें अपने परिवार के भरण पोषण की चिंता सताने लगी है।
श्रमविभाग में हुआ था समझोता
सुरक्षा कर्मचारियों को जुलाई माह के बाद काम में ना आने के लिए कंपनी के अधिकारियों ने कहा। इसके साथ 8 सुरक्षा कर्मचारियों के स्थान पर नये कर्मचारी रख लिए गए। जिसके बाद सुरक्षा कर्मचारी मनीष चंद्रौल, चंद्रभान धनगर, राजकुमार झारिया, महावीर शरण, संजू झारिया, विजय बरमैया, मंगल धनगर, कमलेश मार्काे ने श्रम विभाग और संग्रहाध्यक्ष पुरातत्व एवं संग्रहालय में शिकायत की थी। कृष्णा सिक्योरिटी एंड लेबर सप्लायर सर्विस प्राइवेट लिमिटेड भोपाल तरफ से सैयद साहिद अली के साथ श्रम विभाग कार्यालय में समझौता हुआ था कि कंपनी द्वारा निर्धारित मानदेय पर पुन: कार्य पर रखा जाएगा। लेकिन समझौते का पालन नहीं किया जा रहा है। जिसकी शिकायत पीडि़त सुरक्षा कर्मियों ने कलेक्टर से की है।
गोड़वाना गणतंत्र पार्टी के संभागीय उपाध्यक्ष देवन्द्र मरावी का कहना है कि वर्षों से पुरात्व धरोहरों की सुरक्षा में लगे कर्मचारियों को निकाला जाना उचित नहीं है। सभी धरोहरों की सुरक्षाकर्मियों को ग्राम पंचायत के माध्यम से कार्य कराया जाना चाहिए। ताकी स्थानीय लोंगो को रोजगार के साथ उचित मानदेय उन्हें मिल सके।

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