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11 विद्यालयों के 110 दिव्यांग बच्चे किट से खेल-खेल में ग्रहण करेंगे विशेष शिक्षा

. दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोडऩे के लिए शासन, प्रशासन लगातार प्रयास कर रही है

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11 विद्यालयों के 110 दिव्यांग बच्चे किट से खेल-खेल में ग्रहण करेंगे विशेष शिक्षा

11 विद्यालयों के 110 दिव्यांग बच्चे किट से खेल-खेल में ग्रहण करेंगे विशेष शिक्षा

मंडला. दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोडऩे के लिए शासन, प्रशासन लगातार प्रयास कर रही है। शिक्षा के प्रति दिव्यांग बच्चों पर ध्यान केन्द्रित किया जा रहा है। इसी क्रम में आदिवासी बाहुल्य मंडला जिले के 6 विकासखंड की 11 माध्यमिक शालाओं का चयन टीएलएम किट के लिए किया गया। जहां 10 या 10 से अधिक संख्या में दर्ज दिव्यांग बच्चे अध्ययनरत है। चयनित 11 माध्यमिक शालाओं में 110 दिव्यांग बच्चों के लिए 04 लाख 40 हजार रूपए आवंटित किया गया था। इस राशि से शाला में दर्ज दिव्यांग बच्चों के लिए जेम पोर्टल के माध्यम से टीएलएम किट खरीदी गई है। बता दे कि एक टीएलएम किट की कीमत करीब 40 हजार रूपए है। जिसमें 17 प्रकार के समान बच्चों को सिखाने के लिए मिले है।

बता दें कि शिक्षण अधिगम सामग्री (टीएलएम) के माध्यम से दिव्यांग बच्चों को विशेष शिक्षा दी जाती है। टीएलएम शैक्षिक सामग्रियों का एक समूह है। इसका उपयोग शिक्षक, छात्रों को खास कौशल सुधारने में मदद करने और सीखने को मजेदार बनाने के लिए करते हैं। जिससे दिव्यांग बच्चे पढऩे की तरफ अपना रूझान कर सके। इसके साथ ही बौद्धिक अक्षमता वाले बच्चों को टीचिंग लर्निंग मटेरियल के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश की जा रही है। ये वो बच्चें है जिनकी सोचने समझने की क्षमता अपनी उम्र के अन्य बच्चों से काफी कम होती है।

चयनित शालाओं में दर्ज हैं 10-10 बच्चे

एपीसी कृष्णा उपाध्याय ने बताया कि वर्ष 2022-23 में बनी कार्ययोजना के अंतर्गत जिले के 6 विकासखंडों की 11 माध्यमिक शालाओं को टीचिंग लर्निंग मटेरियल (टीएलएम) किट देने के लिए चयनित किया गया था। इसके लिए निर्धारित मापदण्ड अनुसार 10 या 10 से अधिक संख्या में दर्ज दिव्यांग बच्चे चयनित शालाओं में अध्ययनरत होना चाहिए। चयनित 11 शालाओं में 10-10 बच्चे दर्ज है। कुल 11 माध्यमिक शालाओं में 110 दिव्यांग बच्चे अध्ययनरत है। जिनके लिए टीएलएम किट स्कूलों को दी गई है।

टीएलएम किट में ये सामग्री है शामिल

चयनित माध्यमिक शालाओं में अध्ययनरत दिव्यांग बालक, बालिकाओं की आवश्यकता व रूचि के अनुरूप सरल, स्पष्ट और पाठ्यक्रम आधारित आकर्षक एवं स्वनिर्मित टीएलएम किट को तैयार किया गया। इस किट के माध्यम से स्कूल के शिक्षकों को बच्चों के बौद्धिक विकास करने में सहायता मिलेगी। माध्यमिक शालाओं को मिली किट में लकड़ी के एमडीएफ बोर्ड का एबेकस और संयोजन, रेगमाल, घुंडी के साथ लकड़ी के पजल, पूर्वलेखन कौशल सेट, कम्प्यूटर सीखने के लिए स्पर्शनीय मैनुअल, बोलने वाला कैलकुलेटर, आईएसआई मार्क, जेल बॉल, मेट, कैरम बोर्ड, साइसेंस किट, शरीर के अंग, आकृतियां, खेल व पहेली चार्ट, विभिन्न मानचित्र, वर्णमाला समेत अन्य सामग्री इस किट में शामिल है। स्पेशल एजूकेटर्स द्वारा इस किट के माध्यम से बच्चों की समझ बढ़ाने में उपयोग करेंगे।

इन माध्यमिक शालाओं को मिली टीएलएम किट

बताया गया कि दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोडऩे और अपना भविष्य बेहतर करने के गुर इस टीएलएम किट के माध्यम से सिखाया जाएगा। जिसके लिए जिले के 06 विकासखंडों से 11 माध्यमिक शाला को चयनित किया गया है। जिसमें विकासखंड घुघरी के अंतर्गत 06 माध्यमिक शाला चयनित हुई है। जिसमें माध्यमिक शाला डुन्डई, माध्यमिक शाला लाटो, माध्यमिक शाला डोंगर मंडला, माध्यमिक शाला मदनपुर, माध्यमिक शाला गजराज और माध्यमिक शाला तबलपानी है। बिछिया विकासखंड से माध्यमिक शाला माधवपुर, विकासखंड मवई से माध्यमिक शाला धनगांव, विकासखंड मोहगांव की माध्यमिक शाला खीसी, विकासखंड नैनपुर से माध्यमिक शाला पाठा सिहोरा और विकासखंड नारायागंज की माध्यमिक शाला मानेगांव का चयन किया गया है।