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4 साल पहले वोट मांगने आए थे और फिर अब आ रहे हो : किसके खिलाफ भडक़ा यह आक्रोश

4 साल पहले वोट मांगने आए थे और फिर अब आ रहे हो : किसके खिलाफ भडक़ा यह आक्रोश

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4 साल पहले वोट मांगने आए थे और फिर अब आ रहे हो : किसने खिलाफ भडक़ा यह आक्रोश

मंदसौर.
जिले की सुवासरा विधानसभा के गांव देवरिया विजय में पहुंचे सांसद सुधीर गुप्ता व पूर्व विधायक राधेश्याम पाटीदार को अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं के विरोध का सामाना करना पड़ा। कार्यकर्ताओं ने सीधे तौर पर सवाल उठाए। इसके वीडियो भी सोश्यल मीडिया पर वायरल हुए। वीडियों वायरल होने के बाद हर और इस मामले को लेकर चर्चाओं का दौर शुरु हो गया। कार्यकर्ताओं ने चौपाल पर ही सवाल करते हुए कहा कि चार साल पहले आए थे। इसके बाद आए आए हो। अपने कार्यकाल की क्या उपलब्धि है। यह बताओ। गाय सडक़ों पर घुम रही है। आप ने कुछ नहीं किया। लोकसभा में एससी, एसटी एक्ट को लेकर आवाज नहीं उठाई। एक कार्यकर्ता ने तो कहा कि सायकल से प्रचार किया है मैंने इनका। पिछले बार भी खुद की प्रतिष्ठा के कारण यहां की सीट खोई है और इस बार यदि फिर टिकिट दिया तो फिर से सीट खोना पड़ेगी। सांसद और पूर्व विधायक पर पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ही ग्रामीणों के सामने कई सवाल किए।


हमारे सवालों का नहीं दिया जवाब
गांव के पंकज जोशी व चंद्रपालसिंह झाला ने कहा कि हमारे गांव में सांसद आए थे तो हमने सवाल किया। पर वो जवाब नहीं दे पाए। क्षेत्र के लिए क्या किया। इसे लेकर पूछा। चार साल में क्षेत्र के लिए क्या किया। किसी भी मुद्दे पर कोई जवाब नहीं दे पाए। चार साल पहले चुनाव के समय आए थे। इसके बाद २८ को आए थे।


कोई बड़ा मामला नहीं है
कोई बड़ा मामला नहीं है। कुछ लोग शराब के नशे में वहां आकर बोल रहे थे। ग्रामीणों ने भी उन्हें वहीं पर डाटा। ग्रामीणों की कोई नाराजगी नहीं थी, वह तो एक-दो लोग बोले। ग्रामीणों का कहना था कि एससी, एसटी एक्ट को लेकर लोकसभा में सांसद ने आवाज नहीं उठाई, पर इसमे अकेले सांसद क्या करें। नाराजगी को दूर किया है।
-राधेश्याम पाटीदार, पूर्व विधायक, सुवासरा


इस पूरे मामले को लेकर सांसद से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन बाहर होने के कारण उनसे संपर्क नहीं हो पाए। इसी मामले को लेकर उनके प्रतिनिधि हेमंत शर्मा ने बताया कि देवरिया विजय में कार्यकर्ताओं की कुछ नाराजगी थी। उन्हें चौपाल पर बिठाकर ही बात करते हुए समझाया और उनकी नाराजगी दूर की है। पार्टी एक परिवार है और इसमें किसी प्रकार की कोई नाराजगी नहीं है।