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कोरोना के नए तनाव से बाजार के डूबे 7 लाख करोड़ रुपए, सेंसेेक्स में साढ़े सात महीने की सबसे बड़ी गिरावट

वित्त वर्ष के दौरान सेंसेक्स में देखने को मिली दूसरी बड़ी गिरावट, 4 मई 2000 अंक गिरा था बाजार निवेशकों को एक ही दिन में हुआ 7 लाख करोड़ का नुकसान, निफ्टी में भी 432 अंकों की गिरावट

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स्टॉक मार्केट में निवेश करने से पहले ध्यान रखने वाली 10 बातें,

नई दिल्ली। यूके में कोरोना वायरस के नए तनाव और उसके बाद फ्लाट्स के रद्द करने की सूचनाओं ने ग्लोबल मार्केट में प्रेशर क्रिएट करने का काम किया। जिसकी वजह से फिस्कल ईयर में सेंसेक्स दूसरी बड़ी गिरावट के साथ या यूं कहें कि साढ़े सात महीने की सबसे बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ। जिस कारण बाजार निवेशकों को एक ही कारोबार सत्र में 7 लाख करोड़ रुपए का नुकसान झेलना पड़ा। जानकारों की मानें तो नए कोरोना के स्ट्रेन के अलावा मुनाफावसूली भी भी एक बड़ी वजह है। मौजूदा समय में बाजार अपने पीक पर था और निवेशकों की ओर से जमकर मुनाफावसूली की गई।

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साढ़े महीने में सबसे बड़ी गिरावट के साथ बंद
आज शेयर बाजार फिस्कल ईयर की दूसरी या यूं कहें कि साढ़े सात महीने की सबसे बड़ी गिराावट के साथ बंद हुआ। बांबे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 1406.73 अंकों की गिरावट के साथ 45,553.96 अंकों पर बंद हुआ। जबकि पिछले सप्ताह सेंसेक्स 47 अंकों को छू गया था। जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी 50 432.15 अंकों की गिरावट के साथ 13328.40 अंकों पर बंद हुआ। विदेशी निवेशकों की ओर से जमकर बिकवाली देखने को मिली और सीएनएक्स मिडकैप 1000 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ। बीएसई स्मॉलकैप 812.11 और बीएसई मिडकैप 736.20 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ है।

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किस सेक्टर में कितनी गिरावट

























































सेक्टरगिरावट ( अंकों में )
बीएसई ऑटो961.93
बैंक एक्सचेंज1354.79
बैंक निफ्टी1258.20
कैपिटल गुड्स657.80
कंज्यूमर ड्यूरेबल्स1078.58
बीएसई एफएमसीजी362.13
बीएसई हेल्थकेयर787.85
बीएसई आईटी392.84
बीएसई मेटल688.00
तेल और गैस862.11
बीएसई पीएसयू379.71
बीएसई टेक210.08


अप्रैल से अब तक 1000 से ज्यादा अंकों गिरावट

मौजूदा वित्त वर्ष में शेयर बाजार में आज दूसरी सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली है। सबसे बड़ी गिरावट 4 मई को देखने को मिली थी। जब सेंसेक्स 15 अक्टूबर को 1065.76 अंकों की गिरावट 2002.27 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ था। उससे पहले एक अप्रैल को भी 1200 अंकों की गिरावट के साथ बाजार बंद हुआ था। 24 सितंबर को 1114.82 अंकों की गिरावट देखने को मिली थी। जबकि 21 अप्रैल को सेंसेक्स 1011.29 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ था।

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एनएसई में सबसे ज्यादा नुकसान वाले शेयर्स



































कंपनीशेयर की कीमतनुकसान ( फीसदी में )
ओएनजीसी89.85-9.24
टाटा मोटर्स164.55-8.86
गेल इंडिया114.70-8.28
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन87.10-7.29
हिंडाल्को इंडस्ट्रीज232.30-7.04


बाजार निवेशकों को 7 लाख करोड़ रुपए का नुकसान
इस बड़ी गिरावट की वजह से आज बाजार निवेशकों को 7 लाख करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है। वास्तव में बाजार निवेशकों का फायदा और नुकसान बीएसई के मार्केट कैप से जुड़ा हुआ होता है। आज जब बाजार बंद हुआ तो बीएसई का मार्केट कैप 1,78,49,173.25 करोड़ रुपए पर था। जबकि पिछले सप्ताह आखिरी कारोबारी दिन में बीएसई का मार्केट कैप 1,85,38,636.70 करोड़ रुपए पर था। अगर दोनों दिनों के मार्केट कैप के अंतर को देखें तो बाजार को करीब 7 लाख करोड़ रुपए का नुकसान है।