
Gold prices fall drastically before navratri, know how much cheaper
नई दिल्ली। अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों से पहले न्यूयॉर्क से लेकर नई दिल्ली तक सोने और चांदी की कीमत में गिरावट देखने को मिल रही है। इसका कारण है वैश्विक बाजारों में तेजी का रुख। निवेशकों का रुझान शेयर बाजारों की ओर मुढ़ा हुआ है। जिसकी वजह से निवेशकों गोल्ड की जगह इक्विटी में निवेश कर रहे हैं।कॉमेक्स बाजार में जहां सोना 1900 डॉलर प्रति ओंस के नीचे आ गया है। वहीं दूसरी ओर भारतीय वायदा बाजार में सोने की कीमत में 200 रुपए से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है। जानकारों की मानें तो नतीजों के बाद बाजार में गिरावट आने के आसार हैं। निवेशकों की मुनाफा वसूली से इक्विटी बाजार नीचे जाएगा और निवेशकों का रुझान फिर से सोने की ओर मुड़ेगा।
विदेशी बाजारों में सोना हुआ सस्ता
कॉमेक्स बाजार में सोने और चांदी की कीमत में गिरावट देखने को मिल रही है। पहले बात सोने की करें तो न्यूयॉर्क में सोना 13 डॉलर प्रति ओंस की गिरावट के साथ 1897 डॉलर प्रति ओंस पर आ गया है। जबकि चांदी की कीमत में दो फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है। जिसकी वजह से दाम 23.69 डॉलर प्रति ओंस पर कारोबार कर रही हैं। लंदन और यूरोप के बाजारों में भी सोने और चांदी की कीमत में गिरावट का दौर देखने को मिल रहा है। लंंदन में सोना 1462 पाउंड प्रति ओंस पर है। चांदी 18.36 पाउंड प्रति ओंस पर कारोबार कर रही है। यूरोपीय बाजारों में सोना 1629 यूरो पर कारोबार कर रहा है। जबकि चांदी गिरावट 20.47 यूरो पर कारोबार कर रही है।
भारतीय वायदा बाजार में सोना और चांदी
वहीं बात भारतीय वायदा बाजार की करें तो सोने और चांदी की कीमत में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। पहले बात सोने की करें तो सुबह 10 बजकर 15 मिनट पर 228 रुपए की गिरावट के साथ 51,370 रुपए प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रही है। जबकि आज सोना 51,320 रुपए पर गिरावट के साथ खुला था और मंगलवार को सोना तेजी के साथ 51,598 रुपए प्रति दस ग्राम पर बंद हुआ था। वहीं दूसरी ओर चांदी के दाम 928 रुपए की गिरावट के साथ 61,757 रुपए प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रहा है। जबकि आज चांदी गिरावट के साथ 61,420 के साथ ओपन हुई थी। मंगलवार रात को चांदी के दाम 62,685 रुपए प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।
क्या कहते हैं जानकार?
केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया के अनुसार मौजूदा समय में अमरीकी चुनावों का सकारात्मक असर इक्विटी पर देेखने को मिल रहा है। जिसकी वजह से निवेशक सोने की ओर नहीं जा रही है। दूसरी ओर सोना भी लेवल पर आने यानी करेक्ट हो रहा है। नतीजों के बाद इक्विटी बाजार टूटने के आसार हैं। इसका कारण हैं कि अमरीकी बाजार अपने हाइक पर हैं। जिसकी वजह से मुनाफा वसूली का दबाव देखने को मिल सकता है। उसी दौरान सोने की कीमत में उछाल आ सकता है। जिसका असर भारत में भी देखने को मिलेगा।
Published on:
04 Nov 2020 10:37 am
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