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कोरोना अनलॉक के बाद उत्पादन बढ़ाने में जुटीं वाहन कंपनियां

अर्थव्यवस्था में सुधार और टाली गई मांग को देखते हुए कंपनियां उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रेरित हुई हैं।

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कोरोना अनलॉक के बाद उत्पादन बढ़ाने में जुटीं वाहन कंपनियां

कोरोना अनलॉक के बाद उत्पादन बढ़ाने में जुटीं वाहन कंपनियां

मुंबई । कोरोना संक्रमण के मामले कम होने के बाद राज्यों की ओर से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू करने और डीलरशिप खुलने से वाहन कंपनियां इस महीने अपना उत्पादन धीरे-धीरे बढ़ा रही हैं। उम्मीद है कि महीने के अंत तक अधिकांश कंपनियां दूसरी लहर के पहले की क्षमता का 85 से 95 फीसदी उत्पादन करने लगेंगी। अर्थव्यवस्था में सुधार और टाली गई मांग को देखते हुए कंपनियां उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रेरित हुई हैं। कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में अब भी लॉकडाउन है, ऐसे में कार विनिर्माता काफी सतर्कता बरत रहे हैं।

उत्पादन में तेजी को लेकर अन्य लोग भी ज्यादा अनुमान लगाना नहीं चाह रहे हैं। हालांकि इस बारे में कुछ लोगों का कहना है कि उत्पादन में तेजी डीलरशिप के पास स्टॉक बढ़ाने के लिए हो सकती है। कारों के लिए कलपुर्जा बनाने वाले एक निर्माता ने कहा कि अधिकांश डीलरशिप के पास वाहनों का स्टॉक घटकर 20 दिन का रह गया है, जो सामान्य स्थिति में 25 दिन का होता है। असली परीक्षा आने वाले महीनों में खुदरा बिक्री के प्रदर्शन से होगी।

बिक्री में गिरावट-
वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम के अनुसार, सभी तरह के वाहनों की थोक बिक्री मई, 2021 में घटकर 4,42,013 वाहन रही, जो मई, 2020 में 3,15,638 वाहन थी। हालांकि 2020 में महामारी के कारण सब कुछ प्रभावित हुआ था, ऐसे में 2019 के आंकड़ों से इसकी तुलना करने से सही तस्वीर दिखेगी।

व्यस्त रहेंगे महीने -
मारुति के चेयरमैन आरसी भार्गव ने कहा है कि 1.5 लाख से ज्यादा बुकिंग पहले की हैं और नई बुकिंग भी आ रही हैं। डीलरों के लिए अगले कुछ महीने व्यस्त रहने वाले हैं। कंपनियों ने पिछले महीने उत्पादन शुरू कर दिया था, लेकिन 1 जून से अनलॉक शुरू होने के बाद वे धीरे-धीरे उत्पादन में तेजी ला रही हैं।

70% मांग भी वापस आई-
हुंडई मोटर इंडिया के सेल्स एवं मार्केटिंग के निदेशक तरुण गर्ग ने कहा है कि 70% देश खुल गया है और 70% मांग भी वापस आ गई है। कई कंपनियों के कारखाने दक्षिण भारत में हैं, लेकिन वहां अभी भी लॉकडाउन है, जिससे उत्पादन रुका हुआ है।