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मथुरा ट्रेन हादसा: VIDEO कॉल पर था रेलवे कर्मचारी, नशे में थ्रोटल पर रखा बैग, प्लेटफॉर्म पर चढ़ी ट्रेन

Mathura Train Accident: उत्तर प्रदेश के मथुरा जंक्शन पर हुए ईएमयू ट्रेन हादसे की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। कर्मचारी नशे में मोबाइल देख रहा था। जांच के लिए चार सदस्यीय टीम गठित कर दी गई है।

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मथुरा

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Aman Pandey

Sep 28, 2023

Mathura Train Accident worker looking mobile while drunk had kept bag on throttle

मथुरा ट्रेन हादसे का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है।

Mathura Train Accident: मथुरा जंक्शन पर मंगलवार रात शकूरबस्ती ईएमयू ट्रेन के प्लेटफार्म-2 पर चढ़ जाने की घटना की जांच में गंभीर लापरवाही सामने आने के बाद लोको पायलट सहित 5 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। अब ट्रेन हादसे का इंजन के अंदर का CCTV सामने आया है।

वीडियो में दिख रहा है कि लोको पायलट सीट से उठता है। फिर लाइटिंग स्टाफ का एक कर्मचारी वीडियो कॉल पर बात करते हुए EMU के इंजन वाले केबिन में दाखिल होता है। उसके पीठ पर बैग था। बात करते-करते बैग को इंजन में थ्रोटल पर रख देता है।

एक्सीलेटर का काम करता है थ्रोटल

थ्रोटल पर बैग रखते ही ट्रेन चलने लगती है। प्लेटफॉर्म नंबर-2 को तोड़ते हुए 30 मीटर ऊपर चढ़ जाती है। फिर बिजली के पोल से टकराकर रुकती है। इस दौरान प्लेटफॉर्म पर मौजूद यात्रियों में भगदड़ मच जाती है। थ्रोटल इंजन में एक्सीलेटर का काम करता है। इसी से रफ्तार को घटाते-बढ़ाते हैं।

सिर्फ यही नहीं, ब्रेथ एनलाइजर टेस्ट में बैग रखने वाले लाइटिंग स्टाफ सचिन के हल्के नशे में होने की पुष्टि हुई है। उसके खून की जांच के लिए सैंपल भेजा गया है। रिपोर्ट आने पर पता चलेगा कि नशा किस स्तर और कितना था।

इन्हें किया निलंबित
डीआरएम तेजप्रकाश अग्रवाल ने हादसे के लिए प्रारंभिक तौर पर जिम्मेदार मानते हुए लोको पायलेट गोविंद हरि शर्मा, सहायक सचिन, टेक्नीशियन तृतीय कुलजीत, टेक्नीशियन प्रथम ब्रजेश और हरभजन कुमार को निलंबित कर दिया है। घटना की विस्तृत जांच की जा रही है। फिलहाल ईएमयू के इंजन को प्लेटफार्म से उतारकर यातायात को सुचारू कर दिया गया है।

क्या होता है थ्रोटल
जांच में थ्रोटल दबना इस घटना का प्रारंभिक कारण माना जा रहा है। रेलवे इंजीनियरों के अनुसार थ्रोटल इंजन में एक्सीलेटर का काम करता है। यही ट्रेन की रफ्तार को बढ़ाने और घटाने का उपकरण भी है।