उत्तर प्रदेश के मथुरा में एक शर्मनाक मामला सामने आया है। यहां ऑटो में एक बुजुर्ग की मौत हो गई। ऑटो चालक मदद के लिए थानों का चक्कर लगाता रहा, लेकिन अधिकारी एक थाने से दूसरे थाने टरकाते रहे। यह सिलसिला करीब दो घंटे तक चला।
मथुरा में ट्रेन से पहुंचे एक 70 वर्षीय बुजुर्ग ऑटो में मौत हो गई। ऑटो चालक शव को लेकर चौकी बाग बहादुर पहुंचा तो मामला जीआरपी का बताकर उसे वहां जाने को कह दिया गया। जब चालक शव लेकर जीआरपी थाने पहुंचा तो मामला उनके इलाके का नहीं होना बताकर टरका दिया गया। बरीब दो घंटे तक ऑटो चालक शव को लेकर इधर से उधर शव लेकर भटकता रहा, लेकिन किसी भी पुलिस वाले दिल नहीं पसीजा।
जानकारी के मुताबिक, अमर सिंह हाथरस के मुरसान थाना क्षेत्र के नगला अनी गांव के रहने वाले थे। फिलहाल, वह गुरुग्राम में रहते थे। शनिवार को वह ट्रेन से मथुरा पहुंचे। स्टेशन से बाहर निकलते ही एक ऑटो किया। चालक अनमोल को गोवर्धन चौराहा चलने को कहा। रास्ते में अमर सिंह की तबीयत खराब हो गई। चालक अभी कुछ कर ही पाता कि उनकी मौत हो गई।
बुजुर्ग की मौत के बाद ऑटो ड्राइव अनमोल शव लेकर बाग बहादुर चौकी पहुंचा और पूरे मामले की जानकारी दी। पूरा मामला सुनने के बाद पुलिस वालों ने जीआरपी क्षेत्र का मामला बताकर वहां जाने को बोल दिया। इसके बाद ऑटो चालक शव को ऑटो में लेकर जीआरपी थाना पहुंचा। वहां पुलिस वालों ने सीमा क्षेत्र का हवाला देकर कोतवाली जाने को कह दिया।
दो घंटे तक अनमोल शव लेकर भटकता रहा। आखिरकार, वह शव लेकर कोतवाली पहुंचा, जहां पुलिस कर्मियों ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।