चर्चित मन्ना सिंह हत्याकांड के मुख्य गवाह राम सिंह मौर्य और उनके गनर की हत्या के आरोपी उमेश सिंह और उनके छोटे भाई राजेश सिंह उर्फ राजन सिंह पर मऊ पुलिस का बड़ा एक्शन हुआ है ।गैंगस्टर एक्ट के तहत उमेश सिंह और राजन सिंह के गोमती नगर विस्तार में रिवर व्यू बेतवा अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 703 और रसल कोर्ट अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 403 को मऊ पुलिस ने सीज कर दिया है। बता दें कि दोनों आरोपियों पर दर्जनों मुकदमे हैं।
Crime News: माफिया मुख्तार अंसारी के दो गुर्गों की 2 करोड़ 51 लाख की संपत्ति को मऊ पुलिस ने कुर्क कर लिया है। चर्चित मन्ना सिंह हत्याकांड के मुख्य गवाह राम सिंह मौर्य और उनके गनर की हत्या के आरोपी उमेश सिंह और उनके छोटे भाई राजेश सिंह उर्फ राजन सिंह पर मऊ पुलिस का बड़ा एक्शन हुआ है ।गैंगस्टर एक्ट के तहत उमेश सिंह और राजन सिंह के गोमती नगर विस्तार में रिवर व्यू बेतवा अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 703 और रसल कोर्ट अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 403 को मऊ पुलिस ने सीज कर दिया है। बता दें कि दोनों आरोपियों पर दर्जनों मुकदमे हैं।
माफिया मुख्तार अंसारी के गिरोह के सदस्य उमेश सिंह व राजन सिंह पर कुर्की की बड़ी कार्यवाही हुई है।
30 अगस्त को मऊ पुलिस के आधा दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मियों ने लखनऊ पहुंचकर कुर्की की कार्रवाई को अंजाम दिया। गौरतलब है कि राजन सिंह और उमेश सिंह मुख्तार अंसारी के गिरोह के सदस्य रहे हैं ,और मन्ना सिंह हत्याकांड के गवाह रहे राम सिंह मौर्य और उनके गनर सतीश की हत्या में आरोपी भी रहे हैं।
आपको बता दें कि 29 अगस्त 2009 में मऊ कोतवाली क्षेत्र में मन्ना सिंह ठेकेदार और उनके साथी राजेश राय की हत्या कर दी गई थी। एसपी मऊ अविनाश पांडेय ने बताया कि हत्याकांड में मुख्तार अंसारी के साथ ही उमेश सिंह उसके राजेश उर्फ राजन सिंह और सुरेश सिंह आरोपित थे। तीनों भाइयों और मुख्तार अंसारी के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट की कार्रवाई हुई थी।
वहीं मन्ना सिंह हत्याकांड के मुख्य गवाह रामसिंह मौर्य और उनके सुलक्षा कर्मी सतीश की 19 मार्च 2010 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।