घटना के संबंध में पीड़िता नीलम सिंह के भाई शिवानंद ने बताया कि अस्पताल के डॉक्टरों ने बिना आवश्यक जांच के ऑपरेशन कर दिया। बाद में बच्चेदानी में सूजन बता कर ऑपरेशन अधूरा छोड़ दिया। इससे अब मरीज की जान भी जा सकती है।
पीड़िता के भाई ने मऊ के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर भी गंभीर आरोप लगाए। उसने कहा कि अधिकारियों की मिली भगत से ही ऐसे फर्जी अस्पताल संचालित हो रहे।
परिजनों ने कहा कि यदि अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है तो वो इसके खिलाफ डीएम से लेकर सीएम तक शिकायत करेंगे।
हंगामे के बाद पहुंची पुलिस ने समझा बुझा कर मामला शांत कराया। उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।