घोसी विधानसभा उपचुनाव में जीत और मंत्री पद की उम्मीद लिए एनडीए में शामिल ओमप्रकाश राजभर को बड़ा झटका लगा है। ओमप्रकाश से बागी नेताओं ने घोसी में विजय रथ को रोकने का काम करते हुए उनकी साख को भी कम किया। उन्हीं की पार्टी के बागी नेताओं ने उनकी लुटिया को डुबोने का काम किया
Ghosi By Poll: घोसी विधानसभा उपचुनाव में जीत और मंत्री पद की उम्मीद लिए एनडीए में शामिल ओमप्रकाश राजभर OP Rajbhar को बड़ा झटका लगा है। ओमप्रकाश से बागी नेताओं ने घोसी में विजय रथ को रोकने का काम करते हुए उनकी साख को भी कम किया। उन्हीं की पार्टी के बागी नेताओं ने उनकी लुटिया को डुबोने का काम किया तो वहीं समाजवादी पार्टी के नेता और महा सचिव राजीव राय द्वारा राजभर समाज के लिए किए गए कार्यों का भी चुनाव पर असर पड़ा। कई लोग खुल कर यह कहते हुए नजर आए कि राजीव भैया हम लोगों के लिए बहुत काम किए हैं, हमारे दुर्दिन में काम आए हैं, इसलिए जहां वह कहेंगे हमारा वोट वहीं जायेगा।
राजभर जाति में ओमप्रकाश के प्रभाव को तोड़ने का हुआ प्रयास
ओमप्रकाश राजभर का राजभर जाति में वर्चस्व तोड़ने के लिए जहां विपक्ष के नेताओ ने काम किया तो वहीं समाज के दुख सुख में ओमप्रकाश की गैर उपस्थिति में मायने रखी। इन सारे समीकरणों के अलावा समाजवादी पार्टी के दिग्गज राजभर नेता राम अचल राजभर के प्रभाव ने भी राजभर वोटों में ज्यादा तो नहीं पर कुछ हद तक सेंधमारी की। राजभर समाज ने भी यह साबित कर दिया कि वो ओमप्रकाश के पिछलग्गू नहीं है।
कुल मिलाकर यह चुनाव ओमप्रकाश राजभर के राजनीतिक बर्चस्व को कम करने का काम किया है। इस परिणाम के मायने बड़ी दूर तक निकलेंगे। इस परिणाम से हो सकता है कि ओमप्रकाश राजभर को योगी मंत्री मंडल में जगह न मिले और लोकसभा चुनावों में उन्हें उनकी मनचाही सीटें न मिलें।