क्या है सुप्रीक कोर्ट का फैसला
कभी भाजपा के थिंक टैंक माने जाने वाले गोविंदाचार्य ने रोहिंग्या मुसलमानों को देश के संसाधनों पर बोझ बताया था और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बताते हुए गोविंदाचार्य ने रोहिंग्या मुसलमानों को वापस भेजने का विरोध कर रहे प्रशांत भूषण की याचिका को चुनौती दी थी। गोविंदचार्य ने याचिका दाखिल कर केंद्र सरकार के फैसले का समर्थ करते हुए रोहिंग्या मुसलमानों को चिहिन्त कर उनके देश वापस भेजे जाने की मांग की थी। सुप्रीम कोर्ट ने रोहिंग्या मुसलमानों को वापस म्यांमार भेजने के मुद्दे पर केंद्र से जवाब मांगा था। इस मामले में अरविंद केजरीवाल के पूर्व सहयोगी और वकील प्रशांत भूषण ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल कर भारत आने वाले वाले रोेहिंग्या मुसलमानों को जबरदस्ती म्यांमार भेजे जाने का विरोध किया था। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई करते हुए प्रशांत भूषण की याचिका को खारिज कर दिया और सरकार को रोहिंग्या मुसलमानों को उनके मुल्क म्यांमार भेजे जाने के आदेश दिए हैं।