
यहां भजन संध्या आैर देवी-देवताआें के अपमान पर हिन्दू संगठनों में उबाल, कर डाला यह काम
मेरठ। मेरठ का प्रसिद्ध नौचंदी मेला राजनीति की भेट चढ़ गया। इस बार मेले में न तो कोई विशेष रौनक दिखी और न ही बड़े कार्यक्रम आयोजित किए गए। मेला समाप्त होने के बाद भी मेयर सुनीता वर्मा पर भाजपा और हिन्दू जागरण मंच के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने मेले में भेदभाव का आरोप लगाया। मेले के आखिरी दिन पटेल मंडप में भजन संध्या का आयोजन किया गया था। हिन्दू जागरण मंच के महानगर अध्यक्ष संजीव अग्रवाल ने आरोप लगाया कि जैसे ही पटेल मंडप में भजन संध्या का आयोजन शुरू हुआ। उसी दौरान पटेल मंडप में उपस्थित मेयर सुनीता वर्मा उठकर चली गई और उनके साथ ही नगरायुक्त भी चले गए, जो कि सरासर हिन्दू-देवी देवताओं का अपमान है।
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साउंड आैर लाइट बंद करवा दिए
उन्होंने आरोप लगाए कि इसके बाद जैसे ही कार्यक्रम में शिव का रूप धारण कर एक बालक आया और उसने शिव तांडव पर नृत्य प्रस्तुत करना चाहा उसी दौरान दूसरे सांप्रदाय के लोग पटेल मंडप में भीतर घुसे और उन्होंने चिल्लाकर साउंड व लाइट बंद करवा दी। इतना ही नहीं जब तक कि कार्यक्रम बंद नहीं हो गया तब तक वे हंगामा करते रहे। इसी के विरोध में हिन्दू जागरण मंच के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने मेयर और नगरायुक्त का पुतला दहन किया। पुतला दहन के बाद मंच के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी को भेजे ज्ञापन में मांग की है कि महापौर व नगरायुक्त पूरे हिन्दू समाज में सार्वजनिक तौर पर मांफी मांगे और इस बात का ध्यान रखे कि भविष्य में फिर से ऐसी गलती न हो पाए।
बेनूर रहा मेला नौचंदी
इस बार का मेला नौचंदी बेनूर सा रहा। एक तो मेला तय समय से काफी दिन बाद शुरू हुआ और उसके बाद भी इसमें कोई विशेष रौनक देखने को नहीं मिली। मेला राजनीति की भेट चढ़ गया। भाजपा और मेयर की खींचतान के चलते मेले की समयावधि भी नहीं बढ़ार्इ गई। जिस कारण मेले में आए दुकानदारों को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा।
Published on:
23 May 2018 10:44 pm
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