मेरठ के गांव मीवा कला गांव में गुर्जर-दलित समाज के बीच हुआ संघर्ष, मारपीट और फायरिंग में तीन घायल
मेरठ। मवाना तहसील क्षेत्र के गांव मिवा कला में वर्चस्व की लड़ाई को लेकर गुर्जर-दलितों के बीच खूनी संघर्ष हो गया। दोनों पक्षों में जमकर पथराव और फायरिंग हुई। इसमें एक गर्भवती महिला समेत तीन लोगों को गंभीर चोटे आई हैं। जिसके बाद सभी घायलों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं। जानकारी के मुताबिक गाड़ी खड़ी करने को लेकर गुर्जर समाज के लोगों ने दलितों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। साथ ही गांव में दोनों पक्षों के बीच ताबड़तोड़ 20 से 22 राउंड फायरिंग भी हुई। उधर इतनी बड़ी घटना के बाद भारी पुलिस बल के साथ एसपी देहात राजेश कुमार घटनास्थल पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। साथ ही एसपी देहात ने कहा कि पुलिस कठोर कानूनी कार्रवाई करेंगी और आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाएंगे। वहीं एसपी आश्वासन के बाद पीड़ित लोग शांत हुए है। हालांकि दलित समाज के लोगों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर पुलिस ने सही कार्रवाई नहीं की तो वो अपना धर्म परिवर्तन कर लेंगे।
ये था मामला ?
बता दें कि मीवा कला गांव में गुर्जर समुदाय के जोगेन्द्र और दलित समुदाय के सुशील के घर आमने-सामने हैं। सुशील के अनुसार उसकी गाड़ी जोगेन्द्र के घर के सामने खड़ी थी और इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी हुई और फिर मारपीट होने लगी। जोगेन्द्र थाने में शिकायत करने गया था इसी बीच दलित समाज के लोगों ने उसके घर पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। यही नहीं उसकी गर्भवती पत्नी और पडोस में रहने वाली महिला को भी दबंगों ने जमकर पीटा। इसी बीच गुर्जर समाज के लोग बचाव में आए तो दोनों पक्षों की ओर से जमकर फायरिंग हुई। इस दौरान घटना में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
34 साल पहले भी हो चुका है दोनों पक्षों में खूनी संघर्ष
बता दें कि इससे पहले 1984 में भी इन दोनों समाजों में पट्टे की जमीन को लेकर दोनों के बीच खूनी संघर्ष हो चुका है। इसमें दलित समाज की ओर से एक व्यक्ति की गोली लगने से मौत हो गई थी। तभी से यह चिंगारी सुलग रही है। उस घटना के बाद भी दलित समाज के लोगों का गांव से पलायन हुआ था। आज एक बार फिर इस घटना से दलित समाज में दहशत फैल गई है।
एसडीएम ने दिया जांच का भरोसा
उधर इस पूरे मामले को लेकर एसडीएम मवाना अंकुर श्रीवास्तव ने बताया कि पूरे केस की जांच की जा रही है। आरोपियों की पकड़ के लिए दबिश दी जा रही है। हालांकि एहतियात के तौर पर गांव में पुलिस तैनात कर दी गई है।