मेरठ। मेरठ के कुछ क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग को टीकाकरण अभियान के लिए कड़े विरोध का सामना करना पड़ रहा है। अभियान में अभी तक जो बात सामने आ रही थी, वह थी कि टीकाकरण में मदरसे सहयोग नहीं कर रहे हैं, लेकिन अब एक और दूसरी बात आ रही है। जिसमें मदरसे और स्थानीय निवासी जिलाधिकारी को शिकायती पत्र भेज रहे हैं। जिसमें लिखा है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम जबरन टीकाकरण करना चाहती है। जबकि वे अपने बच्चों को टीका नहीं लगवाना चाहते। ऐसी ही एक शिकायत हुमायूं नगर स्थित मदरसे के प्रधानाचार्य और हुमायूं नगर वासियों ने जिलाधिकारी से की। जिस पर जिलाधिकारी मेरठ ने सीएमओ डा. राजकुमार को जांच कर कार्रवार्इ करने को कहा है। हैरानी की बात है कि जिस भयंकर बीमारी से बचने के लिए मिजल्स और रूबेला टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। उसी का विरोध मदरसों और कुछ कालोनियों में किया जा रहा है। जबकि इन कालोनियों में पहले ही काफी समय से इसके लिए जागरूकता कार्यक्रम भी चलाए जा चुके हैं। इसके बाद भी मोहल्लों में इसका जबरन विरोध हो रहा है। बताते चलें कि मिजल्स और रूबेला टीकाकरण अभियान इन दिनों पूरे प्रदेश में तेजी से चल रहा है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. विश्वास चौधरी ने बताया कि हुमायूं नगर कालोनी से 14 लोगों ने अपने हस्ताक्षर से एक शिकायती पत्र जिलाधिकारी को भेजा है। जिसमें उन्होंने कहा कि वे टीकाकरण का विरोध करते हैं। उनके बच्चों को जबरन टीका न लगाया जाए। उन्होंने बताया कि वैसे तो अभियान पूरी सफलता के साथ चल रहा है, लेकिन कुछ कालोनियों में परेशानियां आ रही हैं। सीएमओ डा. राजकुमार ने कहा कि जो लोग टीकाकरण का विरोध कर रहे हैं उनकी काउंसलिंग की जाएगी।