लोहिया नगर में अवैध पटाखा फैक्टरी में हुए विस्फोट का जिम्मेदार कौन है। ये ना तो पुलिस तय कर पाई और ना प्रशासन। इस मामले में अभी किसी आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज नहीं हुई है।
मेरठ के लोहियानगर में अवैध पटाखा फैक्टरी में हुए विस्फोट के आरोपी को पुलिस अभी तक नहीं पकड़ सकी है। वहीं मृतकों की भी अभी तक कोई पहचान नहीं हो पाई है। कुल मिलाकर प्रशासन और पुलिस का रवैया इस पूरे मामले में काफी लापरवाही रहा है। थाना लोहियानगर पुलिस ने विस्फोट मामले में रिपोर्ट तो दर्ज की है लेकिन इसमें किसी को आरोपी नहीं बनाया गया है। वहीं पुलिस ने अवैध फैक्टरी मालिक को गिरफ्तार करने में भी अभी कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है।
अवैध पटाखा फैक्टरी विस्फोट में अब तक पांच मौत
लोहियानगर के जिस मकान में अवैध पटाखा फैक्टरी चल रही थी। उसके मलबे की जांच एटीएस की टीम ने की है। मलबे में विस्फोटक सामग्री के मिलने की बात कही जा रही है। विस्फोअ में अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों की अभी तक शिनाख्त नहीं हो पाई है। बताया जाता है कि सभी मृतक मजदूर बाहरी राज्यों के रहने वाले हैं। जिसके चलते अभी तक उनके परिजनों से संपर्क नहीं हो पाया है। बताया जाता है कि मेडिकल में घायल तीन मजदूरों की हालात लगातार गंभीर बनी हुई है।
विस्फोट से अभी तक दहशत में लोहियानगर वासी
लोहियानगर में पटाखा फैक्टरी में विस्फोट से लोगों में अभी तक दहशत है। विस्फोट की आवाज इतनी तेज थी कि कई किलोमीटर तक लोग सहम गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसे के बाद करीब 1 घंटे तक मलबे में दबे मजदूर तड़पते रहे। राहत और बचाव कार्य भी करीब एक घंटे बाद ही शुरू हो सका। आसपास के इलाके में अभी भी दहशत का माहौल बना हुआ हें लोगों के कान में धमाके की गूंज अभी भी सुनाई दे रही है।
कई बिल्डिंगों में मोटी-मोटी दरारें आ गईं
लोहिया नगर वासियों का कहना है कि विस्फोट के साथ पूरी बिल्डिंग के परखच्चे उड़ गए। विस्फोट इतना भयावह था कि आसपास की कई बिल्डिंगों में मोटी-मोटी दरारें आ गईं हैं। विस्फोट से दूसरी बिल्डिंग की पहली मंजिल की छत गिर गई।
डीएम दीपक मीणा का कहना है कि मृतकों की अभी पहचान नहीं हो सकी है। सभी फैक्टरी में काम करने वाले मजदूर बताए गए हैं। पहचान कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। बताया गया कि रिहायशी इलाके में फैक्टरी पिछले कई महीने से चल रही थी।