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मोबाइल पर रात को आए फोन आैर कोर्इ लड़की आपसे पूछे एेसे सवाल तो समझिए ये दुश्मन देश की कोर्इ चाल है!

रहें होशियार, आपके पास भी सीमा पार से आ सकते हैं वाट्स एेप मैसेज

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मोबाइल पर रात को आए फोन आैर कोर्इ लड़की आपसे पूछे एेसे सवाल तो समझिए ये दुश्मन देश की कोर्इ चाल है!

केपी त्रिपाठी, मेरठ। आप देश के उन 62 शहरों में निवास करते हैं जिनमें भारतीय सैन्य छावनियां स्थित हैं तो आपके पास भी सीमा पार यानी पाकिस्तान से वाट्स एेप मैसेज आ सकता है। इन मैसेज के जरिए आपसे दोस्ती का हाथ बढ़ाया जा सकता है। आपसे ये भी पूछा जा सकता है कि आप अपने शहर में कहां रहते हैं आपके शहर का क्या प्रसिद्ध है या आपके शहर का कैंट का इलाका कितना सुंदर और साफ है। वाट्स एेप पर की जा रही यह जानकारी आपके लिए तो कुछ भी नहीं है, लेकिन जिसको आप बता रहे हैं उसके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। जानकारी लेने वाला नंबर किसी आईएसआई एजेंट का हो सकता है। या फिर किसी पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी का जो भारतीय सैन्य छावनियों की जानकारियों का डाटा एकत्र करना चाहता है।

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फेसबुक प्रोफाइल से जुटा रही आईएसआई डाटा

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई देश के सभी 62 कैंट के शहरों में रहने वालों का डाटा उनकी फेसबुक प्रोफाइल से जुटा रही है। इसके बाद फेसबुक से प्राप्त नंबरों पर ही फोन और वाट्स एेप पर मैसेज भेजे जाते हैं। मेरठ के कैंट क्षेत्र में रहने वाले पिंकी त्रिवेदी बताते हैं कि उनके वाट्स एेप नंबर पर अक्सर पाकिस्तान के नंबर से मैसेज आते थे। परेशान होकर उन्होंने वह नंबर बदल दिया और अपने फेसबुक प्रोफाइल से भी नंबर डिलीट कर दिया। इसी तरह कैंट के पूर्व सभासद जगमोहन शाकाल के मोबाइल पर भी इसी तरह से पाकिस्तान के नंबर से महिलाओं की वाट्स एेप कालिंग कई बार आई। उन्हों ने भी इन नंबरों को ब्लाक कर दिया। जगमोहन के अनुसार कभी-कभी पाकिस्तान के अनजान नंबर से उनके पास मैसेज आ जाते हैं।

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रात के समय पाकिस्तानी महिलाएं करती है वीडियो कालिंग

वाट्स एेप पर बातचीत का सिलसिला शुरू होने के बाद पाकिस्तानी महिलाएं वाट्स एेप पर रात के समय वीडियो कालिंग कर फंसाने का काम करती है। जिससे लोग उनकी बातों में फंस जाए और वे अपनी जरूरत के मुताबिक शहर की जानकारी हासिल कर सके। जो सिग्नल रेजिमेंट का जवान जासूरी करता पकड़ा गया उसके पास भी करीब दस महीने से फोन आ रहे थे। वाट्स एेप पर पाकिस्तान से आने वाली ऐसी काल्स या मैसेज आईएसआई द्वारा पूर्व नियोजित होती हैं। फौजी कंचन सिंह इसके जाल में ऐसा फंसा कि वह आईएसआई की हर मांग को पूरी करता रहा। सूत्रों के अनुसार उसने 25 ऐसी फ्रीक्वेंसी की जानकारी वाट्स एेप के जरिए सीमा पार भेजी जो बहुत ही गोपनीय थी।