7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

मेरठ हत्याकांड: नीला ड्रम और सीमेंट ही नहीं, मेरठ की वो गली भी ‘बदनाम’ जहां रहती थी ‘मुस्कान’

Saurabh Murder Case: मेरठ के सौरभ हत्याकांड की चर्चा पूरे देश में है। इस हत्याकांड से जहां रिश्ते कलंकित हुए है वहीं मेरठ की वो गली भी बदनाम हो गई... जहां मुस्कान रहती थी। हालत ये है कि दूर-दूर से लोग उस मकान को देखने पहुंच रहे हैं जहां निर्मम हत्या के बाद सौरभ के शव को नीले ड्रम में सीमेंट के साथ दफन किया गया था।

2 min read
Google source verification
WEB Muskan gali

मेरठ हत्याकांड: मेरठ शहर में ब्रह्मपुरी स्थित शास्त्री की कोठी के पास वाली गली के लोग इन दिनों अलग ही परेशानी से जूझ रहे हैं। ट्रैफिक और भीड़-भाड़ से दूर इस गली में 14 परिवार रहते हैं। सौरभ हत्याकांड के बाद रिश्तेदारों के फोन तो आ ही रहे हैं दूर-दूर से भी लोग वो मकान देखने आ रहे हैं जहां मुस्कान रहती थी। उसी मकान में सौरभ की निर्मम हत्या की गई थी।

जहां हुई सौरभ की हत्या वो गली बदनाम


शास्त्री की कोठी के पास वाली गली के दो रास्ते हैं एक मुख्य रास्ता और दूसरा बेकरी के पास वाला। न्यूज एजेंसी एएनआई की टीम ने लोगों से बात करने की कोशिश की। पहले तो स्थानीय लोग हिचकिचाते रहे लेकिन बाद में उनका दर्द बाहर आ ही गया। स्थानीय निवासी अमिताभ के अनुसार हत्याकांड के बाद गली में सन्नाटा पसरा है जहां पहले बच्चे दिन में खेला करते थे अब वे भी डर गए है। वहीं, हम लोग भी डरे सहमे है। रिश्तेदारों के रोजाना फोन आ रहे है। दूर-दूर से लोग वो मकान देखने आ रहे हैं जहां हत्याकांड को अंजाम दिया गया। अमिताभ ने दर्द बयां करते हुए कहा कि हत्याकांड बहुत डरावना था। इस हत्याकांड के कारण हमारी गली भी बदनाम हो गई है।

मुस्कान के पड़ोसियों ने खोले राज

पति को काट कर ड्रम में सीमेंट से भरने वाली मुस्कान को लेकर पड़ोसियों ने चौंकाने वाले खुलासे किए। विपिन कुमार ने बताया कि मुस्कान गली के लोगों से कम मिलती थी। पूछने पर कहती थी कि उसका ऑनलाइन काम है इसलिए साहिल रोज आता था। पड़ोसियों ने साहिल के आने पर भी रोक-टोक की थी लेकिन ऑनलाइन काम का बहाना बनाकर मुस्कान बातों को टाल दिया करती थी।

विपिन के अनुसार मुस्कान ने कुछ दिन पहले ही अपने प्रमोशन की बात भी बताई थी। पड़ोसियों के अनुसार साहिल एक दिन में तीन बार मुस्कान से मिलने आता था। सुबह के समय एक थैला लेकर आता था जबकि बाहर निकलते वक्त दूसरा थैला उसके हाथ में हुआ करता था।

प्लास्टिक का नीला ड्रम और सीमेंट मीम्स

मेरठ के इस जघन्य हत्याकांड के बाद सोशल मीडिया पर नीले ड्रम और सीमेंट पर तमाम तरह के मीम्स और वीडियो सामने आए है। सोशल मीडिया पर नीले ड्रम और सीमेंट को लेकर बनाई जा रही रील्स भी वायरल हो रही है।