
अब मेरठ में भी पलायन का मुद्दा गरमाया, सीएम कार्यालय ने तलब की रिपोर्ट
मेरठ। असामाजिक तत्वों की गुंडागर्दी के चलते प्रहलाद नगर में बहुसंख्यक वर्ग के लोगों का रहना दूभर हो गया है। महिलाओं से छेडख़ानी और फायरिंग की घटनाओं से इस मोहल्ले में अब हर तीसरे मकान में 'मकान बिकाऊ हैÓ का बोर्ड लगा हुआ है। कैराना के बाद अब मेरठ के इस मोहल्ले में पलायन का मामला प्रकाश में आया है। यहां से करीब 125 परिवार यहां से औने-पौने दामों में मकान बेचकर कहीं और जा चुके हैं। पलायन की शिकायत 'नमो ऐपÓ पर होने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस मामले में रिपोर्ट तलब की है।
शाम होते ही असामाजिक तत्व हावी
वेस्ट यूपी के कैराना के बाद अब मेरठ का प्रहलाद नगर करीब छह महीने से बहुसंख्यक परिवारों के पलायन के मुद्दे की वजह से चर्चा में है। मेरठ के इस मोहल्ले का हाल यह है कि यहां पर शाम होते ही महिलाएं और युवतियां घर में कैद हो जाती है। प्रहलाद नगर मोहल्ले में अपराध पुलिस के लिए कोई मुद्दा नहीं है। दिन निकलने के साथ ही दूसरे सांप्रदाय के युवा बाइकों पर तेज हार्न के साथ स्पीड से निकलते हैं। युवतियों पर फब्तियां कसना और मारपीट करना इन युवकों का शगल बन चुका है। जो मोहल्ला पहले कभी मेरठ की शान हुआ करता था आज उसी मोहल्ले में तरक्की पसंद व्यक्ति रहने को तैयार नहीं है। यहां इनका जीना मुहाल हो गया है। पार्षद जितेंद्र पाहवा का कहना है कि प्रहलाद नगर में शरारती तत्व अराजकता फैला रहे हैं। इसके कारण पलायन हो रहा है। पुलिस खानापूर्ति कर रही है।
देश के बंटवारे के बाद यहां बसाया
देश के बंटवारे के बाद पाकिस्तान से आए बहुसंख्यक वर्ग के परिवारों को यहां बसाया गया था। इसे रिफ्यूजी कालोनी के नाम से भी जाना जाता है। यहां इलाका पंजाबी बहुल है। यहां रह रहे लोगों का कहना है कि शाम होने के बाद अराजकता माहौल हो जाता है। छेडख़ानी और फायरिंग की घटनाएं होना आम बात है। पुलिस आती भी है तो मजबूत कार्रवाई नहीं करती। यह इलाका अब रहने लायक नहीं रह गया है, इसलिए लोग यहां से बेचकर दूसरे स्थानों पर जा रहे हैं। इस बारे मेें जब सांसद राजेन्द्र अग्रवाल से बात की गई तो उनका कहना था कि यह गंभीर मसला है। इसकी जांच करवाई जाएगी। कोई अपराधिक कारणों से अपना घर छोड़ रहा है वाकई मामला काफी गंभीर है।
पलायन पर इन्होंने ऐसा कहा
मेरठ के प्रहलाद नगर में पलायन के मुद्दे पर एडीजी प्रशांत कुमार का कहना है कि यह मामला उनके संज्ञान में है। प्रहलाद नगर में गेट लगवाने को लेकर कुछ लोग आए थे। इस पर डीएम और एसएसपी से बात की जाएगी। लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस की है। डीएम अनिल ढींगरा का कहना है कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है, अपने कार्यालय से मालूम करवाता हूं, ताकि जो सही जानकारी है दी जा सके। इस मामले में पुलिस अफसरों से बातचीत की जाएगी।
Published on:
27 Jun 2019 12:35 pm
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