
मेरठ। मेरठ के व्यापारियों ने निगम अफसरों को 'बदमाश' करार दिया है। उन्होंने इस मामले को डीएम अनिल ढींगरा के सामने रखा और उनसे अफसरों द्वारा की गई कार्रवाई पर विरोध जताया। बता दें कि अपर नगर आयुक्त व सिटी मजिस्ट्रेट ने संयुक्त रूप से थाना दिल्ली गेट पुलिस के साथ कबाड़ी बाजार में पहुंचकर पाॅलिथीन बेचने वाले व्यापारियों की दुकानों पर छापा मारा था। मौजूद पालीथिन को अपने कब्जे में लिया। इसके साथ ही उन दुकानों में जो पाॅलिथीन प्रतिबंधित नही है, उसको भी अपने साथ उठाकर के ले गए।
बंद दुकान का तुड़वा दिया ताला
चार दुकानों की छानबीन करने के बाद यह संयुक्त टीम बालाजी प्लास्टिक नाम की दुकान पर पहुंची। जहां पर वह दुकान बंद पाई गई। दुकान बंद ताला लगा देख यह पता लगाने के लिए आसपास के दुकानदारों से सिटी मजिस्ट्रेट व अपर नगर आयुक्त ने मालूम किया तो उनको बताया गया कि वह दुकानदार कुछ ही देर में वहां पर आ जाएगा और अपनी दुकान की जांच कराकर सहयोग प्रदान करेगा। इंतजार न करते हुए सिटी मजिस्ट्रेट व अपर नगर आयुक्त ने थाना दिल्ली गेट के एसओ के साथ अपनी मौजूदगी में अपने द्वारा लाए गए कर्मियों से दुकान के ताले तुड़वाने शुरू कर दिए। जिसका वहां पर मौजूद व्यापारियों ने विरोध भी किया। उनकी बातों पर ध्यान न देते हुए दुकान के ताले तोड़े गए व दुकान के अंदर से पाॅलिथीन व ऐसी पन्नियां जब्त की गई जो प्रतिबंधित नहीं थी। उनको अपने कब्जे में ले लिया।
व्यापारी नेताओं ने जताया विरोध
व्यापारी के मुताबिक दुकान में काफी भारी संख्या में माल गायब मिला व गल्ले में रखे रुपए गायब थे। इस बात की जानकारी पर संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष नवीन गुप्ता पूर्व महामंत्री संजय जैन व मंत्री विजय आनंद सहित बाजार के लोगों ने इस बात को गलत बताया और सिटी मजिस्ट्रेट से मिलकर इसका विरोध किया। जिस पर सिटी मजिस्ट्रेट ने भी बुरा-भला कहा। इस बात का विरोध करने व्यापारी डीएम अनिल ढींगरा से मिले और ज्ञापन दिया। इसके बाद व्यापारियों ने कहा कि जिस तरह से अफसरों ने दुकान का ताला तोड़ा, ऐसा काम चोर या बदमाश करते हैं। ज्ञापन देने वालों में काफी संख्या में व्यापारी मौजूद थे।
Published on:
27 Aug 2019 06:53 pm
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