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पत्रिका न्यूज नेटवर्क
मेरठ ( meerut news ) उत्तर प्रदेश के मेरठ में धर्म परिवर्तन के साइड इफेक्ट का अनाेखा मामला सामने आया है। धर्म परिवर्तन करके की गई शादी के दो साल ताे बड़ी हंसी-खुशी बीत गए लेकिन जब मां ने संतान काे जन्म दिया ताे नवजात बच्चे ( newborn baby ) के नामकरण काे लेकर मामला बिगड़ गया।
पत्नी पूजा पाठ के साथ नमाज भी पढ़ती थी लेकिन पति ( parents ) को कोई ऐतराज नहीं हुआ। मामला तब बिगड़ा जब मां ने नवजात का नाम तैमूर ( Taimur ) रखने की बात कही। पिता अपने बेटे का नाम बद्रीनाथ ( Badrinath ) रखना चाहता है। इसी बात पर बहस के बाद हंगामा ( dispute ) हो गया। मामला इतना बढ़ गया कि महिला थाने तक जा पहुंचा। महिला ने थाने में महिला ने साफ कह दिया कि जब मैं धर्म बदल सकती हूं ताे आप क्याें नहीं ?
मेरठ के टीपीनगर क्षेत्र के इस मामले काे जानकर पुलिस भी हैरान है। फिलहाल पुलिस ने दाेनाें पक्षों यानि पति-पत्नी काे शांत ताे करा दिया है लेकिन समस्या अभी भी जस की तस बनी हुई है। दरअल, शारदा रोड ब्रह्मपुरी निवासी युवक एक युवक ने अपने से दूसरे समुदाय की युवती से प्रेम विवाह किया था। दोनों ने करीब दो साल पहले आर्य समाज मंदिर में शादी की इसके बाद सबकुछ सामान्य चलता रहा लेकिन बेटे के नामकरण काे लेकर विवाद हाे गया। आराेप है कि पिता ने नाम बद्रीनाथ रखने की बात कही ताे मां के मायकाें वालाें ने विवाद करा दिया। इसके बाद विवाहिता कहने लगी कि जब वह अपना धर्म बदलकर आर्यसमाज मंदिर में शादी कर सकती है ताे वह अपना धर्म क्याें न हीं बदल सकते।
इस बारे में सीओ ब्रह्मपुरी अमित कुमार राय का कहना है कि दोनों के बीच फिलहाल समझौता करा दिया गया है। प्राथमिक पूछताछ में यह बात सामने आई है कि महिला की मां की ओर से इस मामले को तूल दिया है हालांकि दंपति दो साल से टीपीनगर क्षेत्र के मलियाना में किराए के मकान में शांतिपूर्वक रह रहे था। फिलहाल पुलिस ने महिला की मां को सख्त हिदायत दी है कि वह दंपती के बीच हस्तक्षेप न करें।
Updated on:
02 Feb 2021 08:36 pm
Published on:
02 Feb 2021 08:31 pm
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